Khushi Dubey Supreme Court Bail: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (4 जनवरी) को बिकरू कांड में गिरफ्तार की गई खुशी दुबे को जमानत दे दी है. खुशी दुबे बिकरू कांड को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे के भतीजे और राइट हैंड कहे जाने वाले अमर दुबे की पत्नी है. यूपी पुलिस ने खुशी दुबे पर भी बिकरू कांड में शामिल होने का आरोप लगाया था.
सुप्रीम कोर्ट ने खुशी दुबे को जमानत देते हुए कहा कि घटना के समय आरोपी नाबालिग थी. कोर्ट ने कहा कि मुकदमा शुरू हो चुका है, तो अब उसे जेल में रखने की जरूरत नहीं है. बिकरू कांड में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था.
किन शर्तों पर मिली जमानत?
सुप्रीम कोर्ट ने खुशी दुबे को जमानत देते हुए उसके कानपुर जाने पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देते हुए शर्त रखी है कि उसे हर हफ्ते स्थानीय थाने में हाजिरी लगाने के लिए जाना होगा. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब खुशी दुबे जेल से बाहर आ जाएगी.
यूपी सरकार ने किया जमानत का विरोध
उत्तर प्रदेश सरकार के वकील ने खुशी की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि वह गैंग की सदस्य थी. उसकी रिहाई से गैंग फिर सक्रिय हो सकता है. राज्य सरकार ने यह भी कहा कि अगर खुशी को जमानत मिलती भी है, तो कानपुर जाने की इजाज़त नहीं दी जानी चाहिए.
क्या है बिकरू कांड?
2 जुलाई 2020 को कानपुर के चौबेपुर थाने के अंतर्गत आने वाले बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर 8 पुलिसकर्मियों को गोलियों से छलनी कर दिया था. विकास दुबे के घर पर दबिश देने गई टीम पर विकास दुबे और उसके भतीजे अमर दुबे ने फायरिंग कर दी थी.
पुलिस मुठभेड़ में अमर दुबे की मौत
बिकरू कांड के कुछ दिनों में ही यूपी पुलिस ने अमर दुबे को एक मुठभेड़ में मार गिराया था. बिकरू कांड से पांच दिन पहले ही अमर दुबे की खुशी दुबे से शादी हुई थी. बिकरू कांड में पुलिस ने अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को भी गिरफ्तार किया था.
ये भी पढ़ें: