Bill Gates India Visit: माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने बुधवार (1 मार्च) को दिल्ली में पांचवें रामनाथ गोयनका मेमोरियल लेक्चर में शिरकत की. यहां बिल गेट्स ने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को लेकर अपने अनुभव दुनिया के साथ साझा किए. इसी के साथ, बिल गेट्स ने वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को लेकर भी अहम टिप्पणी की. बिल गेट्स ने कहा कि "भारत केवल नई सफलताओं का लाभार्थी नहीं है, बल्कि उनका इनोवेटर भी है." बिल गेट्स ने ये भी कहा कि आज हमें भारत के इनोवेशन की बहुत जरूरत है.


स्पीच के शुरुआत में बिल गेट्स ने कहा, "25 साल पहले, मैंने एक समाचार लेख पढ़ा जिसने मेरे जीवन की दिशा बदल दी. द न्यू यॉर्क टाइम्स के पहले पन्ने पर, निक क्रिस्टोफ़ ने बताया कि कैसे डायरिया हर साल तीन मिलियन लोगों को मार रहा है." गेट्स ने कहा कि विश्व स्तर पर हमने काफी काम किया है. इसी वजह से 1 करोड़ बच्चे इस बीमारी का शिकार होकर जान गंवाते थे, लेकिन अब ये संख्या 50 लाख से भी कम हो गई है.


'भारत ने वैश्विक औसत से अधिक प्रगति की है'


माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक ने डायरिया की रोकथाम के लिए भारत की भूमिका का जिक्र किया. बिल गेट्स ने कहा कि भारत ने वैश्विक औसत से अधिक प्रगति की है. उन्होंने कहा, "उदाहरण के लिए, साल 2000 तक भारत में खसरे के टीके का कवरेज अधिक नहीं था. कवरेज को बढ़ाने के लिए, उन्होंने दूसरी खुराक दी. इसके बाद, जहां पहले एक साल में 1 लाख से ज्यादा बच्चों की मौत होती थी, वहीं अब 5000 से कम बच्चों की मौत होती है. लगभग 96 प्रतिशत की कमी आई है."


'भारत में 78 प्रतिशत महिलाओं के बैंक अकाउंट'


बिल गेट्स ने भारत की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी और बैंकिंग कल्चर का भी जिक्र किया. गेट्स ने कहा कि भारत ने लोगों को, विशेष रूप से महिलाओं को बैंक अकाउंट्स के साथ सशक्त बनाया है. हमारे फाउंडेशन ने भी इसका समर्थन किया. 2011 में केवल 26 प्रतिशत महिलाओं की बैंक अकाउंट तक पहुंच थी, लेकिन अब 78 प्रतिशत महिलाओं का बैंक अकाउंट है. उन्होंने कहा, "हमें अभी और भी बहुत कुछ करना है, लेकिन यह किसी भी देश में सबसे तेज प्रगति है. उस सफलता के पीछे डिजिटल स्टैक और महान डिजिटल क्रांति है, जिसे भारत में बहुत सारे लोग चला रहे हैं. सरकार को कुछ जोखिम उठाना पड़ा, लेकिन इसने शानदार ढंग से काम किया है."


'नई फसलों पर लगातार हो रहा है काम'


बिल गेट्स ने भारत के एग्रीकल्चर सिस्टम की भी सराहना की. उन्होंने कहा, "मौसम के परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए भारत फसल अनुसंधान में कुछ बेहतरीन इनोवेशन कर रहा है. मैंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) का दौरा किया, जहां वे छोले सहित नई फसलों का परीक्षण कर रहे हैं. जलवायु परिवर्तन से चने को खतरा है. उच्च तापमान पैदावार को 70 प्रतिशत तक कम कर सकता है. ऐसा होने से रोकने के लिए संस्थान नई किस्मों के उत्पादन के लिए हमारे फाउंडेशन और अन्य समूहों के साथ काम कर रहा है. नतीजे अभी शुरुआती हैं, लेकिन कुछ मामलों में, ये पौधे 10 प्रतिशत अधिक छोले का उत्पादन कर रहे हैं."


'हमें भारत के इनोवेशन की जरूरत है'


बिल गेट्स ने अपने संबोधन में कहा कि आज दुनिया नई टेक्नोलॉजी के इनोवेशन में लगी है और भारत में 70 करोड़ युवा और शैक्षणिक संस्थान हैं जो मजबूत हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें दुनिया के अन्य देशों के साथ-साथ भारत से भी इनोवेशन की जरूरत है. गेट्स ने कहा, "जब मैं माइक्रोसॉफ्ट में था, हमने 1998 में यहां एक विकास केंद्र स्थापित करने का फैसला किया और हमने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि हम जानते थे कि भारत ग्लोबल इनोवेशन इकोसिस्टम में एक प्रमुख भूमिका निभाने जा रहा है, न केवल नई सफलताओं के लाभार्थी के रूप में, बल्कि एक इनोवेटर के रूप में."


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