Biparjoy Cyclone: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात में दस्तक देने के बाद जमकर तबाही मचाई. तूफान की रफ्तार का पहले ही अंदाजा लगा लिया गया था, जैसे ही तूफान तट तक पहुंचा उसने तबाही मचाना शुरू कर दिया. सबसे पहले गुजरात के जखाऊ पोर्ट पर इस तूफान का असर देखने को मिला. बिपरजॉय से गुजरात में कई लोग घायल हुए हैं, कई पेड़ जड़ से उखड़ गए और कई गांवों में बिजली के तार टूट गए. तूफान की इस तबाही के बाद अब राहत-बचाव का काम जारी है. 


आईएमडी की तरफ से बताया गया है कि शुक्रवार 16 जून को बिपरजॉय कमजोर पड़ जाएगा. हवा की रफ्तार भी काफी कम हो जाएगी, इसके बाद इस तूफान का रुख दक्षिण राजस्थान की तरफ मुड़ जाएगा. 


तेज रफ्तार हवाओं ने मचाई तबाही
गुजरात के जखाऊ पोर्ट पर 15 जून की शाम को तूफान बिपरजॉय ने जोरदार दस्तक दी. इस दौरान हवा की रफ्तार 115 से 125 किमी प्रति घंटे की थी. कुछ जगहों पर रफ्तार और ज्यादा देखी गई. इस लैंडफॉल के बाद कई जगह बिजली के खंबे ही टूट गए. जिससे मालिया तहसील में आने वाले 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. बताया गया है कि ग्रामीण इलाकों में करीब 300 से ज्यादा बिजली के खंबे गिरे हैं. हालांकि पहले से हुई तैयारी के बाद कई गांवों की बिजली बहाल कर दी गई है. बाकी जगहों पर भी बिजली विभाग काम कर रहा है. 


कई लोग हुए घायल
चक्रवाती तूफान के लैंडफॉल के बाद कई लोग घायल भी हुए हैं. जानकारी के मुताबिक करीब 22 लोगों के अब तक घायल होने की जानकारी सामने आई है. हालांकि किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है. इस तूफान से कई जानवरों की मौत हुई है, गुजरात में काम करने वाले अधिकारियों के मुताबिक 23 जानवरों की मौत हो गई. इसके अलावा 900 से ज्यादा गांवों में फिलहाल बिजली नहीं है. 


इस खतरनाक तूफान के दस्तक देने के ठीक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और स्थिति का जायजा लिया. पीएम मोदी ने गिर वन में शेरों समेत जंगली जानवरों की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी उसने पूछा.


ये भी पढ़ें- Karnataka: स्कूल की किताबों से हटा केबी हेडगेवार का पाठ, पंडित नेहरू, बीआर आंबेडकर और सावित्रीबाई फुले से जुड़े चैप्टर जोड़े गए