(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
त्रिपुरा के CM बिप्लब देब ने कहा- टेक्स्ट बुक में केवल लेनिन और स्टालिन, जल्द ही सिलेबस बदलेंगे
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर त्रिपुरा यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने कहा कि स्कूल की किताब में जोसेफ स्टालिन और व्लादिमीर लेनिन के बारे में बताया गया है और भारतीय नेताओं को अहमियत नहीं दी गई है.
नई दिल्ली: 25 साल के लेफ्ट रूल को खत्म कर सत्ता में आए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने कहा है कि आज के समय में टेक्स्ट बुक में केवल लेनिन और स्टालिन का जिक्र है, हम इसे जल्द बदलेंगे. उन्होंने कहा कि स्कूल की किताब में केवल यूएसएसआर के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष जोसेफ स्टालिन और व्लादिमीर लेनिन के बारे में बताया जाता है और भारतीय नेताओं को अहमियत नहीं दी गई है.
बिप्लब देब ने कहा, ''हम जल्द ही नए सिलेबस स्कूल में लागू करेंगे और महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जैसे नेताओं को अहमियत देंगे. नए सिलेबस को आगामी शैक्षणिक सत्र में लागू किया जाएगा.''
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर त्रिपुरा यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए देब ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर पूर्व की माणिक सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''ऐसा लगता है कि स्कूलों और कॉलेजों का पाठ्यक्रम राजनीतिक दल के द्वारा निर्धारित किया गया था.''
आपको बता दें कि बिप्लब देब अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहे हैं. उन्होंने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार को लेकर दावा किया था. उन्होंने कहा था, ''वे (पीएम मोदी) चार साल से देश के प्रधानमंत्री हैं और इससे पहले वे 13 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री थे, लेकिन फिर भी उनके भाइयों में से एक की किराने की दुकान है जबकि दूसरे भाई एक ऑटो चलाते हैं. उनकी मां अभी भी 10X12 के घर में रहती हैं. क्या इस तरह का दुनिया में कोई अन्य प्रधानमंत्री है?''
त्रिपुरा के CM बिप्लब देब का दावा- PM मोदी के एक भाई ऑटो चलाते हैं और दूसरे की किराना दुकान है
देब दावा कर चुके हैं कि महाभारत काल में इंटरनेट था. बिप्लब देव ने कहा था, ''यह वो देश है जिसमें महाभारत में संजय ने धृतराष्ट्र को युद्ध में क्या हो रहा था सब बताया. इसका मतलब है कि उस समय इंटरनेट था, सैटेलाइट थी, टेक्नोलॉजी थी. उस जमाने में इस देश में वो तकनीक थी.''