Birbhum Violence: बीरभूम हिंसा मामले में TMC नेता गिरफ्तार, सीएम ममता बनर्जी ने दिए सख्त निर्देश
बीरभूम में हुई इस हिंसा को लेकर राजनीति भी गरम है. संसद से लेकर बाहर तक सभी जगह इसका विरोध किया जा रहा है. बीजेपी नेता लगातार इस मुद्दे को उठाकर ममता बनर्जी पर निशाना साध रहे हैं.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा को लेकर अब लगातार गिरफ्तारियां की जा रही हैं. कलकत्ता हाईकोर्ट के सख्त रुख के बाद तेजी से मामले की जांच चल रही है. इसी बीच अब बीरभूम में हुई हिंसा मामले में एक टीएमसी नेता को गिरफ्तार किया गया है. बीरभूम के रामपुरहाट के ब्लॉक अध्यक्ष अनारुल हुसैन को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया.
ममता बनर्जी ने दिए सख्त निर्देश
इस हिंसा मामले को लेकर पहले भी पुलिस कई गिरफ्तारियां कर चुकी हैं. तमाम लोगों से पूछताछ की जा रही है और जो भी संदिग्ध हैं उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है. आरोपियों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सख्ती दिखाई है, उन्होंने कहा है कि रामपुरहाट हिंसा मामले के संदिग्धों के आत्मसमर्पण ना करने पर उन्हें ढूंढकर गिरफ्तार किया जाएगा और पुलिस यह सुनिश्चित करेगी उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले. ममता बनर्जी ने गुरुवार 24 मार्च को बोगतुई गांव का दौरा किया, जहां मंगलवार 22 मार्च को 8 लोगों को कथित तौर पर जिंदा जलाकर मार दिया गया था. सीएम बनर्जी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने का वादा भी किया. साथ ही मुआवजे का भी ऐलान किया गया.
टीएमसी नेता को पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इलाके में संभावित अशांति के बारे में स्थानीय लोगों की आशंका पर ध्यान नहीं देने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. अधिकारी ने कहा कि यही अशांति बाद में हिंसा में तब्दील हो गई थी. मुख्यमंत्री के निर्देश देने के कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस ने हुसैन को जिले के तारापीठ से गिरफ्तार कर लिया.
अधिकारी ने आगे बताया कि हुसैन के आवास सहित जिले के कई हिस्सों में तलाशी ली गई, जिसके बाद उन्हें तारापीठ से पकड़ा गया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हुसैन के मोबाइल फोन टावर लोकेशन का पता लगाया जिसके बाद हुसैन को एक होटल के पास से पकड़ा गया. टीएमसी नेता से उस घटना के बारे में पूछताछ की जाएगी जिसमें मंगलवार को आठ लोगों को जिंदा जला दिया गया था. इस बीच रामपुरहाट थाना प्रभारी तृदिब प्रमाणिक को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
मामले को लेकर जमकर राजनीति
बीरभूम में हुई इस हिंसा को लेकर राजनीति भी गरम है. संसद से लेकर बाहर तक सभी जगह इसका विरोध किया जा रहा है. बीजेपी नेता लगातार इस मुद्दे को उठाकर ममता बनर्जी पर निशाना साध रहे हैं. वहीं टीएमसी नेताओं ने एक बार फिर राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर आरोप लगाया है. टीएमसी का कहना है कि राज्यपाल माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. राज्यपाल को हटाने को लेकर टीएमसी नेताओं ने अमित शाह से मुलाकात भी की है. वहीं बीजेपी संसद में बीरभूम हिंसा का मुद्दा उछाल रही है, बीजेपी सांसदों को प्रदर्शन करते हुए भी देखा गया.
बता दें कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के कुछ घरों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों सहित आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी. माना जा रहा है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या का बदला लेने को लेकर हुई. फिलहाल मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी जारी है और हाईकोर्ट में भी सुनवाई चल रही है.
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