महाराष्ट्र के परभणी में बर्ड फ्लू से 800 मुर्गियों की मौत की पुष्टि, लगाई गई पाबंदियां
महाराष्ट्र के परभणी जिले में प्रशासन ने मुरुंबा गांव को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है. जिले में बड़े पैमाने पर मुर्गियों की मौत के बाद सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया था. लैब में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो जाने के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है.
Bird flue update: महाराष्ट्र में बर्ड फ्लू के मामले सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. परभणी जिले में बड़े पैमाने पर मुर्गियों की मौत के बाद सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा गया था. लैब में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो जाने के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. परभणी के जिलाधिकारी दिपक मुगलीकर ने कई तरह की पाबंदियां लगाने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि प्रशासन ने मुरुंबा गांव को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है.
परभणी में बर्ड फ्लू से 800 मुर्गियों की मौत
आदेश में कहा गया है कि गांव के एक किलोमीटर की परिधि में आनेवाले सभी पक्षियों को नष्ट किया जायेगा. इसके लिए पशु संवर्धन विभाग की अलग से मदद ली जाएगी. इसके अलावा 10 किलोमीटर के क्षेत्र में सभी पक्षियों के आवागमन को रोकने के साथ बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. एहतियात के तौर पर गांव के सभी लोगों का जांच किया जाना है. आपको बता दें कि परभणी तहसील के मुरुंबा गांव में पिछले 4-5 दिनों के अंदर 800 सौ से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई थी.
पुष्टि के बाद मुरुंबा गांव प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित
जिला प्रशासन ने पशु संवर्धन विभाग के माध्यम से गांव में टीम भेजकर मृत मुर्गियों का सैंपल इकट्ठा किया. उसके बाद सैंपल को जांच के लिए पुणे भेजा गया और फिर वहां से भोपाल. कल रात सैंपल की रिपोर्ट जिला प्रशासन को मिली है. प्रशासन ने रिपोर्ट के हवाले से मुर्गियों की मौत का कारण बर्ड फ्लू बताया है. कोरोना वायरस महामारी के बीच देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले उजागर होने से चिंता की लकीरें बढ़ गई हैं. लातूर के अहमदपुर में पिछले दो दिनों में 180 पक्षी मृत पाए जाने से 10 किलोमीटर की परिधि को अलर्ट जोन घोषित कर दिया गया है. बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य, वन, सिंचाई और पशुपालन विभाग की टीमें भी सक्रिय हो गई हैं.