नई दिल्लीः राज्यसभा में शनिवार को बीजू जनता दल के एक सदस्य ने मांग की कि सीमा पार से जारी आतंकवाद को रोकने के लिए सरकार को पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना चाहिए. शून्यकाल में यह मुद्दा बीजद के सस्मित पात्रा ने उठाया.


पात्रा ने कहा कि सीमा पार से जारी आतंकवाद को रोकने के लिए सरकार की ओर से समुचित प्रयास जैसे गश्त बढाना, सीमा संबंधी अवसंरचना का विकास, अत्याधुनिक उपकरण, खुफिया तंत्र को मजबूत बनाना तथा उपग्रह की मदद लेने जैसे प्रयास किए गए हैं. उन्होंने कहा 'इसके बावजूद सीमा पर से जारी आतंकवाद पर रोक नहीं लग पा रही है.'


जी—8 समूह के देशों से लें मदद
पात्रा ने सुझाव दिया कि सरकार को आतंकवाद रोकने के लिए पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाना चाहिए. उन्होंने कहा 'कुछ दिन पहले भारत अमेरिका संयुक्त बयान जारी हुआ था जिसमें पाकिस्तान से दो टूक शब्दों में कहा गया था कि वह आतंकवाद के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने दे. यह बयान काफी प्रभावी साबित हुआ था.


भारत को ऐसी कोशिश जारी रखनी चाहिए और इसके लिए जी—8 समूह के देशों की मदद भी लेनी चाहिए जिसमें ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली आदि शामिल हैं. बीजद सदस्य ने कहा कि सरकार को ऐसी भी कोशिश करनी चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया आतंकवाद के मुद्दे को प्रमुखता दे.


एफएटीए के कारण आतंकवादियों पर लगा प्रतिबंध
उन्होंने कहा कि हाल ही में ‘एफएटीए’ के कारण पाकिस्तान में 80 आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाया गया जिनमें मौलाना मसूद अजहर, हाफिज सईद और दाउद इब्राहिम शामिल हैं. पात्रा ने कहा कि भारतीय मीडिया में दाउद का पता, संपत्ति का ब्यौरा आदि प्रमुखता से दिया गया लेकिन विदेशी मीडिया ने यह नहीं दिया.


पात्रा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को लेकर दबाव बनाना और पाकिस्तान पर भी इस मुद्दे पर दबाव बनाना सीमा पर से जारी इस खतरे को रोकने में कारगर हो सकता है. विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया.


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