ओडिशा में BJP और BJD में गठबंधन को लेकर बातचीत क्यों हो गई फेल, पटनायक के करीबी नेता ने कर दिया खुलासा
Lok Sabha Election: बीजेडी नेता वीके पांडियन ने बताया कि दोनों पार्टियों का नेतृत्व चाहता था कि गठबंधन हो, लेकिन बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने इसे आगे नहीं बढ़ने दिया.
ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेता सत्ताधारी बीजद पर जमकर हमला बोल रहे हैं. पीएम मोदी ने एक रैली में यहां तक कह दिया कि 10 जून को ओडिशा को बीजेपी का पहला सीएम मिलेगा. उधर, बीजद नेताओं की ओर से भी इस पर पलटवार किया जा रहा है. दोनों पार्टियों के बीच ये सियासी घमासान हैरानी भरा है माना जा रहा है, क्योंकि चुनाव से पहले बीजद और बीजेपी ने गठबंधन की कोशिश की थी, लेकिन आखिरी समय में बात बिगड़ गई
इन सबके बीच ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के करीबी और दिग्गज बीजेडी नेता वीके पांडियन ने बताया कि आखिर बीजद और बीजेपी का गठबंधन क्यों नहीं हो पाया. पांडियन ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, बीजेपी के स्थानीय नेताओं की वजह से दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन नहीं हो पाया.
गठबंधन न होने के लिए कौन जिम्मेदार?
दरअसल, वीके पांडियन से पूछा गया कि राजनीति को छोड़ दिया जाए, पीएम मोदी और नवीन पटनायक अच्छे दोस्त माने जाते हैं. बीजद भी तमाम मुद्दों पर एनडीए का समर्थन करती है. दोनों पार्टियां चुनाव से पहले साथ आना चाहती थीं, लेकिन बात क्यों नहीं बनी. इस सवाल के जवाब में पांडियन ने बताया, दोनों पार्टियों का नेतृत्व चाहता था कि गठबंधन हो, लेकिन बीजेपी के स्थानीय नेताओं ने इसे आगे नहीं बढ़ने दिया.
पीएम मोदी के नवीन पटनायक की विदाई वाले दावे पर पांडियन ने कहा, 2019 में भी पीएम मोदी ओडिशा में यही कहते थे कि जनता पटनायक को विदाई देने जा रही है. लेकिन पटनायक ने अपने तरीके से जवाब दिया. इस बार भी दो चऱणों में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं और बीजद को बहुमत मिल चुका है.
9 जून को शपथ लेंगे पटनायक- पांडियन
पांडियन ने कहा, भगवान के आशीर्वाद और जनता के समर्थन से बीजेडी विधानसभा चुनाव में तीन चौथाई से बहुमत हासिल करने जा रही है. हमने शपथ ग्रहण की तारीख भी तय कर ली है. 9 जून को 11.30 बजे से 1 बजे के बीच नवीन पटनायक सीएम पद की शपथ लेंगे.