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सच्चाई का सेंसेक्स: पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों ने बिहारी परिवार पर हमला किया? सच जानिए
सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ दावे यूं ही नहीं किए जाते उनके पीछे मकसद होता है. लेकिन झूठ के आधार पर किया कोई भी मकसद देश का भला नहीं कर सकता.
कोलकाता: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो काफी सुर्खियों में है. इस वीडियो में एक लड़की बिलख-बिलखकर रोते दिख रही है. दावा है कि पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों ने बिहारी परिवार पर हमला किया है और ममता चुप हैं. सच्चाई के सेंसेक्स में हमने दावे की तहकीकात की.
वायरल वीडियो में क्या है
करीब सवा दो मिनट के वायरल वीडियो में जोर-जोर से रोती लड़की बता रही है कि उनके घर पर हमला हुआ है. उसके भाई को उठा ले गए हैं. मां के हाथ पर गहरी चोट है लेकिन वो डॉक्टर के पास भी नहीं जा पा रही है.
इस वीडियो के सहारे पश्चिम बंगाल में बिहारियों पर बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के हमले का दावा वैसे तो कई लोगों ने किया है लेकिन इसमें से एक ऐसा ट्विटर हैंडल भी शामिल है जिसे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव अभिजात मिश्रा के नाम से चलाया जा रहा है. इस वीडियो को ट्वीट करते हुए अभिजात मिश्रा के नाम से चलने वाले इस ट्विटर हैंडल में लिखा गया, "ये बिहार की युवती सिलीगुड़ी बंगाल में रहती है. लेकिन ममता बानो के बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों ने इनके घर पर हमला कर दिया. इनकी हालत क्या है आप ही देखिए. बिहारी होने की सजा. मरता हिंदू जलता बंगाल."
रोते रोते ये वीडियो खत्म हो जाता है लेकिन वीडियो देखकर ये जरूर लगता है कि कहानी पश्चिम बंगाल की है और ये एक बिहारी परिवार है लेकिन इन पर हमला क्या धर्म की वजह से हुआ. हमला करने वाले क्या वाकई बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिए ही हैं? वायरल वीडियो का सच जानने के लिए सच्चाई के सेंसेक्स ने अपनी पड़ताल की.
आखिर सच्चाई क्या है?
वायरल वीडियो में ये लड़की अपना नाम अनुराधा पांडे बता रही हैं. हमें इस वीडियो की पूरी कहानी बताने वाला सिलीगुड़ी पुलिस का एक फेसबुक पोस्ट मिला जिसमें लिखा था, "अनुराधा पांडे ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया. आरोप लगाया 12 मई को पड़ोसी रूबी दास और उसके परिवार ने अनुराधा के परिवार पर हमला किया. अभिजात मिश्रा ने ये वीडियो ट्वीट किया और झूठा दावा करते हुए इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की. अभिजात मिश्रा के खिलाफ साइबर अपराध के तहत ट्विटर अकाउंट के जरिए झूठा प्रोपेगैंडा फैलाने का मामला दर्ज कर लिया गया है."
एक तरफ भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव अभिजात मिश्रा का ट्वीट था जिस पर लिखा था फेक और दूसरी तरफ सिलीगुड़ी पुलिस का फेसबुक पोस्ट जिस पर लिखा था तथ्य सही है. सोशल मीडिया पर सामने आए तत्थों ने मामला और पेंचीदा कर दिया.
न्यू जलपाइगुड़ी भक्तिनगर एरिया में दो पड़ोसियों के बीच झगड़ा हुआ था. एक पड़ोसी ने दूसरे के घर के सामने कचरा फेंका था. जिसकी वजह से झगड़ा हुआ था. पुलिस में एफआईआर हुई. पुलिस ने दोनों पक्षों को अरेस्ट भी किया था. लेकिन इस घटना में संप्रदायिक टेंशन की कोई भी खबर या घटना की पुष्टि नहीं हुई थी.
एबीपी न्यूज की पड़ताल में पश्चिम बंगाल में बिहारी परिवार पर बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के हमला करने का दावा करने वाला ये वीडियो झूठा साबित हुआ है.
इंटरनेट पर फैल रहे हर दावे और अफवाह का सच जानने के लिए सोमवार से शुक्रवार एबीपी न्यूज़ पर 8.30 बजे 'सच्चाई का सेंसेक्स जरुर देखें.
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विनोद बंसलवीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता
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