कौन हैं के. अन्नामलाई, जिनके भरोसे बीजेपी ने चुनाव से पहले लिया AIADMK से दूर रहने का रिस्क
Lok Sabha Elections: अन्नामलाई का कहना है कि BJP को तमिलनाडु में बढ़ने के लिए अकेले लड़ने की जरूरत है. बेशक इसमें समय लगे, लेकिन पार्टी अकेले लड़कर ही आगे बढ़ेगी. पार्टी के पास यहां अभी 4 विधायक हैं.
BJP-AIADMK Alliance Breakup: एआईएडीएमके ने सोमवार (25 सितंबर) को जब बीजेपी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने की घोषणा की तो इसने कई लोगों को हैरान कर दिया. कई जानकारों ने लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ महीने पहले इस तरह गठबंधन के टूटने को बीजेपी के लिए फायदेमंद नहीं बताया.
दोनों के बीच दरार की बड़ी वजह बीजेपी तमिलनाडु के अध्यक्ष अन्नामलाई का एक बयान है, जिसेक बाद दोनों दलों के बीच दूरी बढ़ती गई लेकिन बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर कौन हैं अन्नामलाई जिसकी वजह से यह स्थिति बनी और जिसके भरोसे बीजेपी गठबंधन से दूर रहने का रिस्क ले रही है.
यूपीएससी कर चुके हैं क्लियर
39 वर्षीय अन्नामलाई आईआईएम लखनऊ से पढ़ चुके हैं. उन्होंने इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईपीएस बने. साल 2019 में आईपीएस की नौकरी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए. करीब एक साल में ही बीजेपी ने उन्हें तमिलनाडु में पार्टी का अध्यक्ष बना दिया. अन्नामलाई तब से लगातार पार्टी को इस राज्य में खड़ा करने में लगे हुए हैं. उनका पूरा फोकस यहां विरोधियों को हरा कर शासन परिवर्तन लाने पर है.
'पार्टी को बढ़ाने के लिए अकेले लड़ना जरूरी'
अन्नामलाई के मुताबिक, तमिलनाडु में पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए अकेले लड़ने की जरूरत है, भले ही इसमें समय लगे. उन्होंने "राजनीतिक परिवर्तन" लाने के लिए सभी बाधाओं को दूर करने का दृढ़ संकल्प भी व्यक्त किया. उन्होंने हर तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होने की बात भी कही है.
तमिलनाडु विधानसभा में BJP के पास 4 विधायक
अपनी "एन मन, एन मक्कल" (मेरी जमीन, मेरे लोग) पदयात्रा के दौरान, अन्नामलाई ने पार्टी सदस्यों को संबोधित किया और घोषणा की, "हमने राजनीतिक बदलाव की आवश्यकता देखी है. यह एक चुनौतीपूर्ण समय है. हमें कई लोगों का विरोध करने की जरूरत है.” उन्होंने कहा, "अगर मैं कुछ चीजें नहीं करता हूं, तो मैं वह भरोसा खो दूंगा जो आपने मुझ पर रखा है. हमें चुनौतियों का सामना करने, बाधाओं को दूर करने, कुछ व्यक्तियों का विरोध करने के लिए रुख अपनाने की जरूरत है." बता दें कि 234 सदस्यों वाली तमिलनाडु विधानसभा में बीजेपी के 4 विधायक हैं.
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