नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन अधिनियम पर सरकार को देशभर में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. तमाम विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही हैं. अब बीजेपी की पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि सीएए में मुस्लिमों को भी शामिल किया जाना चाहिए.


अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि ये कानून प्रताड़ित हो रहे अल्पसंख्यकों की मदद करेगा लेकिन इसमें मुस्लिमों को भी शामिल किया जाना चाहिए. हमारा देश के सेकुलर देश है लिहाजा एक धर्म को इस कानून से बाहर करना ठीक नहीं है.


CAA का विरोध: रविवार से अब तक, जानिए- देशभर में जारी हिंसा और प्रदर्शन की पूरी अपडेट


उन्होंने कहा कि हमारा संविधान सेकुलर है और किसी धर्म के व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. जो लोग अपने देश में प्रताड़ित हो रहे हैं उन्हें भारत जगह देगा ये सराहनीय कदम है लेकिन इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल नहीं हैं और ये ठीक नहीं है.


CAA: जामिया मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया, वीडियो के आधार पर की कार्रवाई


अकाली दल ने इस कानून के विरोध में हो रही हिंसा को भी गलत बताया. आपको बता दें कि अकाली दल ने लोकसभा और राज्यसभा में इस बिल का समर्थन किया था.


पूर्वोत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में इस कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली और यूपी में भी विरोध और प्रदर्शन जारी है. प्रशासन ने कानून व्यवस्था ठीक रखने के लिए कई जगहों पर इंटरनेट आदि भी बंद कर दिया है.


नागरिकता कानून के खिलाफ शुरू हुआ हिंसक प्रदर्शन अब देश को झुलसा रहा है. यहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लोगों से अफवाहों पर ध्य़ान नहीं देने की अपील करनी पड़ी. पीएम मोदी ने कहा,"यह शांति, एकता और भाईचारा बनाए रखने का समय है. सभी से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह और झूठ से दूर रहें."