नई दिल्ली: किसानों के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने के विपक्ष के प्रयासों को बीजेपी के एक सहयोगी का साथ मिलने से प्रोत्साहन मिला है. महाराष्ट्र में किसानों के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इस सहयोगी ने कहा है कि वह इस मामले में राष्ट्रव्यापी आंदोलन के निर्माण में विपक्ष का साथ देगा.
रणनीति बनाने के लिए कई बैठकें
बीजेपी शासित दो प्रदेशों में किसानों के आंदोलन के बाद बीजेपी को घेरने के प्रयासों के तहत विपक्षी नेताओं ने अपने आंदोलन को तेज करने के मकसद से रणनीति बनाने के लिए कई बैठकें की हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल अभी तक विपक्षी दलों की एकता के प्रयासों से अलग ही रहे थे. सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने कल जदयू नेता शरद यादव से मुलाकात कर किसानों के मुद्दे पर बड़ा आंदोलन तैयार करने की रणनीति पर विचार विमर्श किया.
शेट्टी का महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के किसानों पर प्रभाव
जेडीयू नेता यादव की 14 जून को दिल्ली में बीजेपी के सहयोगी और लोकसभा सदस्य राजू शेट्टी से मुलाकात होगी. इस कदम के बारे में पूछने पर शेट्टी ने कहा कि जिस तरह से केन्द्र एवं राज्य की बीजेपी सरकारों ने इस मुद्दे से निबटा है, वह उससे नाराज है. शेट्टी का महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के किसानों पर प्रभाव है.
शेट्टी ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं (बीजेपी के साथ) अपने गठबंधन पर पुनर्विचार कर रहा हूं. जिस लचर तरीके से मुद्दे से निबटा गया मैं उससे अप्रसन्न हूं. मैं किसानों की मांग के समर्थन पर राष्ट्र व्यापी आंदोलन की योजना बना रहा हूं.’’ माकपा महासचिव सीता राम येचुरी ने भी आज यादव के साथ मुलाकात की. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पिछले सप्ताह यादव से मुलाकात हुई थी.
किसानों से जुड़ी समिति के गठन को लेकर अंधकार में रखा गया: राउते
किसानों की मांग को देखने के लिए गठित राज्य समिति के सदस्य और महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना कोटा से मंत्री दिवाकर राउते ने आज आरोप लगाया कि समिति के गठन को लेकर उन्हें अंधकार में रखा गया. हालांकि बीजेपी कोटे के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उन्होंने खुद फोन करके राउते को रविवार को होने वाली समिति की पहली बैठक के लिए आमंत्रित किया था. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कर्ज माफी समेत किसानों की विभिन्न मांगों पर गौर करने के लिए कल छह सदस्यीय उच्च अधिकार प्राप्त समिति के गठन की घोषणा की थी.
रावते ने कहा, ‘‘मुझे किसानों के मुद्दे को देखने के लिए गठित मंत्रियों की समिति में शामिल किए जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हमें अंधकार में रखा गया.’’ उनके आरोपों पर बीजेपी नेता और राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कल रात उन्होंने खुद दो बार फोन करके रविवार को होने वाली समिति की पहली बैठक के लिए आमंत्रित किया था.
समिति में राउते और पाटिल के साथ कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर, वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, सहकारी मंत्री सुभाष देशमुख और जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन को शामिल किया गया है. समूह किसान नेताओं के साथ बातचीत करने के बाद राज्य सरकार के समक्ष प्रस्ताव पेश करेगी.