Election 2024: अगले साल यानी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दलों ने कमर कस ली है. विपक्षी दल जहां INDIA गठबंधन के साथ आगे बढ़ रहे हैं, वहीं बीजेपी ने भी एनडीए दलों के साथ अपनी ताकत दिखाई है. इस बीच अब 'भारत माता' को लेकर राजनीति तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इसे हथियाने की पूरी कोशिश में जुट गए हैं, यानी जो भी दल इस पर बाजी मारने में सफल रहता है, वो लोकसभा चुनाव में भारत माता के नाम को खूब भुनाने की कोशिश करेगा. 


राहुल गांधी के बयान से हुई शुरुआत
दरअसल ये पूरा मामला संसद के मानसून सत्र से शुरू हुआ, जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा का जिक्र करते हुए कह दिया कि मणिपुर में भारत माता का कत्ल हुआ है. अयोग्यता पर सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद राहुल गांधी लोकसभा पहुंचे और अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा में हिस्सा लिया. जब वो चर्चा के दूसरे दिन बोलने के लिए उठे तो उन्होंने मणिपुर में जातीय हिंसा को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा. 


इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर में भारत माता की हत्या की गई, उन्होंने कहा कि आप पूरे देश में केरोसिन फेंक रहे हो, फिर चाहे वो मणिपुर हो या फिर हरियाणा...आप पूरे देश में भारत माता की हत्या कर रहे हो. 


बीजेपी ने तुरंत संभाला मोर्चा
राहुल गांधी के इस बयान पर तुरंत बीजेपी की तरफ से पलटवार हुआ और संसद में ही स्मृति ईरानी समेत तमाम नेताओं ने इस बयान को लेकर राहुल गांधी को जमकर घेरा. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में अब भारत माता का नारा लगा रही है, ये एक अच्छा संकेत है. 


पीएम मोदी ने किया पलटवार
इसके बाद बारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थी, जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के आखिरी दिन अपना भाषण दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने राहुल गांधी के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि जब उन्होंने भारत माता की हत्या की बात कही तो विपक्षी सांसदों ने टेबल को थपथपाया. 


इसके बाद जब 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी बोल रहे थे, तब भी भारत माता का जिक्र किया गया. उन्होंने कहा कि "ये अमृत काल हम सभी के लिए कर्तव्य का समय है, ये अमृत काल हम सभी के लिए मां भारती के लिए कुछ करने का काल है.” अपने 90 मिनट के भाषण को खत्म करते हुए पीएम ने आखिर में भारत माता की जय के नारे भी लगाए. 


'भारत माता' पर राहुल गांधी ने जारी किया बयान
राहुल गांधी और कांग्रेस इस बात को अच्छी तरह जानते थे कि पीएम मोदी भारत माता को लेकर लाल किले से बयान देंगे और इसे भुनाने की कोशिश करेंगे. इसीलिए पीएम के संबोधन से पहले ही राहुल गांधी ने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखा. इस लंबे बयान में राहुल ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में विस्तार से बताया. इस बयान का टाइटल था- 'भारत माता हर भारतीय की आवाज है'... 


राहुल ने अपनी यात्रा से जुड़े तमाम अनुभव साझा करने के बाद आखिर में लिखा कि भारत को सुनने के लिए मेरी आवाज, मेरी इच्छाओं और मेरी महत्वकांक्षाओं को चुप होना होगा. भारत किसी अपने से बात करेगा, ये तभी होगा जब वो पूरी तरह से चुप और विनम्र हो. मैं नदी में वो चीज तलाश रहा था जो सिर्फ समुद्र में ही मिल सकती थी. 


यानी भारत माता को लेकर शुरू हुई इस बहस ने पूरी तरह से राजनीति रूप ले लिया है और ये जुबानी जंग 2024 तक जारी रह सकती है. क्योंकि भारत माता से देश के लगभग हर वर्ग के लोग भावनात्मक तौर पर जुड़े हैं, ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इसे भुनाने की कोशिश में जुटे हैं. अब देखना होगा कि कौन सी पार्टी इसे हथियाने और भुनाने में कामयाब होती है. 



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