नई दिल्ली: चुनाव नतीजे आने के ग्यारह दिन बाद भी महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर सवाल बरकरार है. बीजेपी और शिवसेना में जारी खींचतान के बीच बीती रात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर के बाहर एक बार फिर आदित्य ठाकरे के समर्थन पोस्टर लगे. इन पोस्टर में आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की मांग करते हुए पोस्टर में लिखा है 'माझा आमदार माझा मुख्यमंत्री' मतलब हमारा विधायक, हमारा मुख्यमंत्री.
राज्यपाल से मिले शिवसेना नेता, कहा- कंफ्यूजन के लिए हम जिम्मेदार नहीं
शिवसेना लगातार बीजेपी पर दबाव बना रही है, इसी के तहत शिवसेना के नेताओं ने कल राज्यपाल भागत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. शिवसेना लगातार विकल्प खुले होने की बात कह रही है. मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि जल्द से जल्द सरकार बने, सरकार बनाने में शिवसेना कोई अड़चन नही है यह हमने बताया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा हुई. राउत ने कहा, ''सरकार बनाने के लिए जो कंफ्यूज़न बना है उसके लिए शिवसेना जिम्मेदार नहीं है.''
शरद पवार बोले- कह नहीं सकते कि आगे क्या होगा
शिवसेना की ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार की तारीफ भी की जा रही है. पूरे सियासी घटनाक्रम के बीच शरद पवार कल दिल्ली में थे और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद शरद पवार ने ये कहा कि जनादेश विपक्ष में बैठने का मिला है लेकिन आगे क्या होगा ये वो नहीं बता सकते. शरद पवार ने कहा, ''हमने किसी से बात नहीं की, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात नहीं हुई. न उन्होंने हमें प्रस्ताव दिया और न हमने उन्हें प्रस्ताव दिया, हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है लेकिन कह नहीं सकते कि आगे क्या होगा.''
दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक हुई सियासी हलचल, 11 दिनों बाद भी सरकार पर सस्पेंस बरकरार
कौन क्या बोलता है, फर्क नहीं पड़ता- फडणवीस
महाराष्ट्र में सरकार को लेकर सस्पेंस के बीच सीएम देवेंद्र फडणवीस भी दिल्ली पहुंचे और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा कि जल्द बनेगी सरकार, कौन क्या बोलता है इससे मतलब नहीं है.
उन्होंने कहा, ''अमित शाह से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा- सत्ता के समीकरण में कौन क्या कह रहा है इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. कौन क्या बोलता है, मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता. कई लोग कह रहे हैं लेकिन BJP इस पर कुछ नहीं कहेगी. महाराष्ट्र में जल्द सरकार बनेगी, हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं.''
9 नवंबर तक बननी है सरकार
सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी शिवसेना को कुछ और मंत्रालय देने को तैयार हो गई है. बीजेपी ने 16 मंत्रालय देने पर सहमति जता दी है लेकिन शिवसेना सरकार में 17 मंत्री चाहती है. इसके साथ ही मामला 'मलाईदार' मंत्रालयों को लेकर अटका हुआ है.
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी शिवसेना को राजस्व मंत्रालय देने को तैयार हो गई है लेकिन सरकार बनाने का असली फॉर्मूला क्या होगा जिस पर दोनों की सहमति होगी ये अभी सामने नहीं आया है. बीजेपी-शिवसेना में खींचतान के बीच विधानसभा का कार्यकाल 8 नवंबर को खत्म हो रहा है, मतलब 9 नवंबर तक सरकार बन जानी चाहिए.