शिमला: हिमाचल प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव है. आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एलान किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ही बीजेपी के सीएम उम्मीदवार होंगे. हिमाचल प्रदेश की राजनीति में प्रेम कुमार धूमल करीब तीन दशक से सक्रिय हैं.
अमित शाह ने रैली में की धूमल के नाम की घोषणा
सूत्रों के मुताबिक, कल ही धूमल के नाम पर मुहर लग गयी थी, जब अचानक अमित शाह ने धूमल को शिमला तलब किया. कल धूमल अपने ज़िले हमीरपुर में चुनाव प्रचार कर रहे थे. आनन फानन में धूमल शिमला पंहुचे. आज रैली के दौरान अमित शाह ने औपचारिक घोषणा कर दी.
कांग्रेस लगातार बीजेपी को कह रही थी 'बिना दूल्हे की बारात'
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पूरी कांग्रेस लगातार बीजेपी को 'बिना दूल्हे की बारात' कहकर तंज़ कस रही थी. जानकारों के मुताबिक, बीजेपी के लिए धूमल के नाम की घोषणा मजबूरी बन गयी थी, क्योंकि पार्टी पर लगातार चेहरे के साथ चुनाव में उतरने का दबाव था. सात अक्टूबर को कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री वीरभद्र को मंडी की रैली में राहुल गांधी ने सीएम प्रत्याशी घोषित कर दिया था.
हिमाचल में खिलेगा 'कमल', बहुमत के साथ बीजेपी को मिलेगा ताज : ABP न्यूज ओपिनियन पोल
दो बार सीएम रह चुके प्रेम कुमार धूमल इस बार सुजानपुर क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले धूमल नौ सालों तक हिमाचल प्रदेश के सीएम रहे. मार्च 1998 से मार्च 2003 तक पहली बार मुख्यमंत्री रहे, जबकि दूसरी बार जनवरी 2008 से 2012 तक सीएम रहे.
प्रेम कुमार धूमल ने हिमाचल विधानसभा चुनाव में भी चार बार जीत दर्ज की है. वह 1989 में पहली बार लोकसभा सांसद भी चुने गए थे और 1991 में प्रेम कुमार धूमल दोबारा लोकसभा चुनाव जीते.
हिमाचल चुनाव में सलमान खान की गूंज, जानिए CM वीरभद्र क्यों ले रहे हैं नाम
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वो नेता विपक्ष हैं. प्रेम कुमार धूमल के मुताबिक, इस बार के चुनाव में पार्टी ने 60 से ज्यादा सीटें जीतने का नारा दिया है. धूमल का दावा है कि उन्होंने सुजानपुर के लिए काफी काम किया है और यहां वो जनता की डिमांड पर ही चुनाव लड़ने आए हैं.
धूमल का मुकाबला उन्हीं के राजनीतिक शिष्य से
साल 2012 में प्रेम कुमार धूमल ने हमीरपुर सीट से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी. उससे पहले उन्होंने तीन चुनाव बमसान सीट से लड़ा था, लेकिन इस बार उनकी चुनावी लड़ाई और भी दिलचस्प है, क्योंकि सुजानपुर में धूमल का मुकाबला उन्हीं के राजनीतिक शिष्य माने जाने वाले राजेन्द्र राणा से है.
बीजेपी के सर्वे में नड्डा से आगे निकले धूमल
बीजेपी अध्यक्ष का सर्वे प्रेम कुमार धूमल कर पक्ष में ही कहानी कह रहा था. पार्टी के सर्वे में 70 फीसदी लोग धूमल के पक्ष में थे, जबकि नड्डा के पक्ष में 28 फीसदी ही लोग थे. बीजेपी के सर्वे में हिमाचल प्रदेश में बीजेपी को 40 सीटें ही मिलती दिख रही थी, इनमें से 7 सीटों में जीत का अंतर कम होने का भी अनुमान था, ऐसी सूरत में बीजेपी को डर था कि कहीं आखिरी वक्त में नेता एलान न करने का खामियाजा न उठाना पड़ जाए. दूसरी तरफ प्रेम कुमार धूमल की लोकप्रियता 70 % तक बढ़ी हुई दिख रही थी.
18 दिसंबर को आएंगे नतीजे
हिमाचल में धूमल के नाम की घोषणा के बाद ये साफ हो गया है कि धूमल या वीरभद्र में से कोई एक सीएम होगा. मुकाबले में यहां ये दोनों ही दल हैं. हिमाचल में 9 नवंबर को मतदान होना है और 18 दिसंबर को नतीजे आएंगे.