Karnataka Elections 2023: कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. पार्टी ने चुनावी राज्यों में अपने प्रभारी और सह- प्रभारी की नियुक्तियां कर दी हैं. इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को चुनाव सह- प्रभारी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी नियुक्त किया गया है. इसके अलावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई को चुनाव सह- प्रभारी की जिम्मेदारी दी है.
इसको लेकर बीजेपी ने नियुक्ति पत्र जारी कर दिए हैं. इन सबके बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि राज्य और केंद्र सरकार के कामों की बदौलत इस चुनाव में बीजेपी अपने बूते कर्नाटक में सत्ता में वापसी करेगी. बीजेपी में भ्रम की कोई स्थिति नहीं है. पार्टी एकजुट है. इसके अलावा, उन्होंने विधानसभा चुनाव अप्रैल से पहले होने की भी संभावना जताई है.
‘कांग्रेस के दिन चले गए’
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का आह्वान किया. उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं, युवाओं और अनुसूचित जाति (एससी)-अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदाय का समर्थन हासिल करने को कहा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वे दिन चले गए, जिसमें सत्ता पाने के लिए धन, बाहुबल और सांप्रदायिक राजनीति का सहारा लिया जाता था.
साल 2023 में होना है विधानसभा चुनाव
कर्नाटक विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है. चुनाव होने में अब लगभग तीन महीने का ही समय बचा है. ऐसे में बीजेपी ने राज्य में फिर से कमल खिलाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के साथ-साथ सोशल इंजीनियरिंग के जरिए चुनाव में उतरने की रणनीति पर काम कर रही है.
राज्य की सत्ता में फिर से वापसी के लिए बनाए गए मेगा प्लान के तहत बीजेपी राज्य के लिंगायत मतदाताओं के साथ-साथ वोक्कालिगा मतदाताओं को भी साधने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही चुनावी जीत-हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले दलित और आदिवासी मतदाताओं को भी लुभाने के पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं.