खरगे के रंग को लेकर BJP नेता ने किया कमेंट, भड़की कांग्रेस ने बताया गरीबों का अपमान, कहा- हम अदालत जाएंगे
Congress On Araga Jnanendra Remarks: कर्नाटक बीजेपी नेता अरागा ज्ञानेंद्र ने मल्लिकार्जुन खरगे की त्वचा के रंग को लेकर कमेंट करने पर बवाल हो गया है.
Araga Jnanendra Remarks: कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे की त्वचा के रंग को लेकर कर्नाटक के पूर्व गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरागा ज्ञानेंद्र ने अभद्र टिप्पणी की. इसके बाद कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई है. अब कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि उन्होंने शालीनता की सारी सीमाएं लांघ दी हैं.
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा, “बीजेपी के पूर्व गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर दिया गया अपमानजनक और बिल्कुल गंदा बयान शालीनता की सभी सीमाएं पार कर गया है. वो कह रहे हैं कि खरगे साहब की चमड़ी जल गई है.”
‘अदालत में लेकर जाएंगे मामला’
उन्होंने आगे कहा, “यह न सिर्फ देश के हर वरिष्ठ और सार्वजनिक जीवन को समर्पित अनुभवी व्यक्ति का अपमान है, बल्कि यह इस देश के गरीबों का, इस देश के हर एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक का, इस देश के किसानों और खेत मजदूरों का अपमान भी है.
#WATCH | Congress MP Randeep Surjewala says, "...The derogatory & absolutely filthy statement made by the former Home Minister of the BJP Araga Jnanendra today on the Congress president Mallikarjun Kharge has crossed all limits of decency. He is saying that Kharge Sahab's skin is… pic.twitter.com/xdPQfVd4vh
— ANI (@ANI) August 2, 2023
कांग्रेस सांसद ने कहा, “हम न केवल इसे अदालत में ले जाएंगे बल्कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कानूनी और राजनीतिक तरीकों का उपयोग करेंगे कि जेपी नड्डा, नरेंद्र मोदी और अरागा ज्ञानेंद्र जैसे उनके साथी अपने कुकर्मों और इस देश के गरीबों का अपमान करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें.”
कर्नाटक बीजेपी नेता क्या कहा?
कर्नाटक बीजेपी नेता अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा था, “यह एक त्रासदी है कि हमारे राज्य के वन मंत्री उस क्षेत्र से आते हैं, जहां बिल्कुल जंगल नहीं है. उत्तरी कर्नाटक के लोग चिलचिलाती धूप में बुरी तरह झुलस जाते हैं. अगर हम मल्लिकार्जुन खरगे को देखें तो हमें उन लोगों की दुर्दशा का पता चलता है. ईश्वर खंड्रे के सिर पर कुछ बाल हैं और वह चिलचिलाती धूप से बच सकते हैं. क्षेत्र के लोगों के पास पेड़ों की छाया नहीं है और वे चिलचिलाती धूप में जल जाएंगे. जब हम मल्लिकार्जुन खरगे को देखते हैं तो क्या उनकी त्वचा के रंग से यह स्पष्ट नहीं होता?''
ये टिप्पणी मंगलवार (1 अगस्त) को शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली में विरोध प्रदर्शन के दौरान की गईं और बुधवार (2 अगस्त) को सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसके बाद से पूरे कर्नाटक में लोगों का आक्रोश फैल गया.
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