नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर उनके उस ट्वीट को लेकर हमला बोला जिसमें उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने कहा था कि कमजोर मोदी चीनी राष्ट्रपति से डरे हुए हैं.
अब उनके इस ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा, ''ट्विटर पर विदेश नीति नहीं चलती. यह बात कोई राहुल गांधी को बताए.'' उन्होंने आगे कहा, ''चीन UNSC का हिस्सा ही नहीं होता अगर आपके ग्रेट ग्रैंडफादर चीन को ये सीट तोहफे में ना देते.''
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''क्या मसूद अजहर जैसे नृशंस हत्यारे के मामले में कांग्रेस का स्वर दूसरा होगा? राहुल गांधी के ट्वीट से ऐसा लगता है कि उन्हें इस बात से खुशी है. भारत को जब भी पीड़ा होती है तो राहुल खुश क्यों होते हैं.''
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा,'' राहुल गांधी से मेरा सवाल है कि 2009 में यूपीए के समय में भी चीन ने मसूद अजहर पर यही टेक्निकल ऑब्जेक्शन लगाया था, तब भी आपने ऐसा ट्वीट किया था क्या? .''
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''राहुल गांधी के ट्वीट को जैश के कैंप में पढ़ा जाता है. भारत अभी तक आपके परिवार के द्वारा की गई गलतियों को ही भुगत रहा है. आप इस बात को निश्चित समझें कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जंग जीत कर ही रहेगा. ये सब आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर छोड़ दीजिए, जबतक आप चीनी समकक्षों से चोरी-छुपे मिलते रहिए.''
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा, ''आतंकवादी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए इस बार प्रस्ताव अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस लेकर आए, चीन को छोड़कर बाकी सभी देशों ने इस प्रस्ताव को सपोर्ट किया. चीन के इस कदम से भारत और भारतवासी बहुत दुखी हैं. आतंकवादी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने पर आज चीन को छोड़कर पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है. ये एक तरह से भारत की कूटनीतिक जीत है.''
क्या कहा था राहुल गांधी ने
चीन ने एक बार फिर जैश सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा लिया है. चीन ने यूएन में इस प्रस्ताव के विरोध में अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर ऐसा किया. चीन द्वारा अड़ंगा लगाए जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से डरे हुए हैं और चीन के खिलाफ उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है.
क्या है पूरा मामला
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने की कोशिश भारत लगातार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कर रहा है. बुधवार को यहां चौथी बार चीन ने भारत की कोशिशों पर अड़ंगा लगाया. उसने अपना वीटो पावर का इस्तेमाल कर के एक बार फिर मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित नहीं होने दिया. उसने वैश्विक आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगा दी. फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा सैंक्शन्स कमेटी के तहत अजहर को आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव 27 फरवरी को पेश किया था.
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था. इस हमले में 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी मसूद के आतंकी संगठन जैश ने ली थी. इसके बाद से ही भारत एक बार फिर उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने की कोशिश में लग गया था. बता दें कि मसूद अजहर ने कई आतंकी हमले भारत में किए हैं जिसमें मुंबई आतकी हमला और संसद पर हमला शामिल है.
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