Gaurav Bhatia Press Conference on Robert Vadra: बीजेपी ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) को आड़े हाथों लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वाड्रा पर गंभीर आरोप लगाए. वाड्रा पर किसानों की जमीन को हड़पने से लेकर जमीन की खरीदारी में फर्जीवाड़े तक के आरोप लगाए.
गौरव भाटिया ने कहा, "जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी तो उस समय किसानों की जमीन हड़पी गई. ये कट्टर पापियों का काम है, कट्टर बेईमान कौन है, वो देश जान गया है. राजस्थान हाईकोर्ट में रॉबर्ट्र वाड्रा की पोल खुल गई है, क्योंकि किसानों की जमीन के फर्जी अलॉटमेंट कांग्रेस के समय हुए थे.
'रॉबर्ट वाड्रा की पार्टनर हैं उनकी मां'
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, "मैं न्यायालय का लिखा पढ़ रहा हूं... रॉबर्ट वाड्रा और उनकी माता इस काम में थी, आज चीख चीख कर प्रमाण कह रहे हैं कि तुम पापी परिवार हो और तुमने किसानों को प्रताड़ित करने का काम किया है." भाटिया ने कहा कि ये घोटाला 2008 से 2013 के बीच में कांग्रेस की सरकार के समय 125 बीघा सरकारी जमीन का है, लेकिन ये पूरा घोटाला एक हजार बीघा जमीन का है.
'फर्जी नाम से हुआ जमीन का अलॉटमेंट'
बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाए कि जमीन उन लोगों को अलॉट की गई, जो असल में थे ही नहीं. अलॉटमेंट नत्थाराम और हरीराम के नाम हुआ, लेकिन ये लोग ढूंढने पर भी नहीं मिल रहे हैं, क्योंकि ये व्यक्ति थे ही नहीं. इनको किसानों की जमीन दे दी गई. गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा में भी अपनी सरकार के समय जमीन घोटाला किया था और किसानों की जमीन हड़प ली थी.
रॉबर्ड वाड्रा को HC से झटका
बता दें, राजस्थान हाईकोर्ट से रॉबर्ट वाड्रा को बड़ा झटका लगा है. गुरुवार को हाईकोर्ट ने उनके और उनकी मां मौरीन वाड्रा के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले को रद्द करने की उनकी याचिका खारिज कर दी. हालांकि, हाईकोर्ट ने मामले के संबंध में रॉबर्ट वाड्रा को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान किया.
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
ये मामला बीकानेर में जमीन की खरीद के संबंध में रॉबर्ट्र वाड्रा के खिलाफ कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ा है. मामले में बुधवार (21 दिसंबर) को कोर्ट में सुनवाई पूरी हुई. स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के अलावा महेश नागर ने भी ईडी की जांच को सिंगल बेंच में चुनौती दी है. ईडी ने मामले में ईसीआईआर (एनफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज की थी. उस दौरान स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के लायबिलिटी पार्टनर रॉबर्ट वाड्रा, उनकी मां मौरीन वाड्रा और पार्टनर महेश नागर ने राजस्थान हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए थर्ड पार्टी अंतरिम आदेश जारी किया था. इसके चलते रॉबर्ट वाड्रा, उनकी मां मौरीन वाड्रा और महेश नागर की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक जारी है. ईडी ने इससे पहले गिरफ्तारी पर लगी अंतरिम रोक हटाने के लिए अदालत के समक्ष अर्जी पेश की थी.
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