नई दिल्ली: जनता दल (यूनाइटेड) के उपाध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की तारीफ कर एक बार फिर बीजेपी की दुखती रग पर उंगली रख दी है. प्रशांत ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व की तारीफ की है. बीजेपी को प्रशांत का यह रवैया रास नहीं आया है.


बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, "प्रशांत कई राजनीतिक पार्टियों के लिए सर्वे का काम करते हैं. उनके लिए उनका प्रोफेशन ज्यादा प्यारा है, न कि पार्टी की विचारधारा. ऐसे में प्रशांत को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया जाना चाहिए."


प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया कि वह कांग्रेस नेतृत्व को सीएए और एनआरसी का विरोध करने के लिए धन्यवाद देते हैं. खासकर विशेष पहल के लिए प्रियंका गांधी को विशेष धन्यवाद देते हैं. ट्वीट में उन्होंने बिहार के लोगों को आश्वासन दिया कि राज्य में सीएए और एनआरसी लागू नहीं किए जाएंगे.





प्रशांत किशोर का बयान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक जेडीयू के रुख से मेल नहीं खाता है. जेडीयू ने संसद में सीएए का समर्थन किया था. पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी पार्टी सीएए के खिलाफ नहीं, एनआरसी के खिलाफ है. फिर भी जेडीयू उपाध्यक्ष के नाते प्रशांत किशोर का यह बयान मायने रखता है.


प्रशांत का बयान इस कारण भी खास माना जा रहा है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 16 जनवरी को नागरिकता कानून पर अभियान चलाने खुद बिहार जाने वाले हैं. इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता बिहार में सीएए और एनआरसी के पक्ष में सभाएं कर रहे हैं.


कोलकाता में पीएम मोदी के भाषण के दौरान जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशान्त किशोर ने सीएए को लेकर किया ये ट्वीट