Harsh Vardhan Retirement: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी पहली लिस्ट शनिवार (02 मार्च) को जारी कर दी. इसमें कई दिग्गजों के टिकट कटे तो कई नए चेहरों को जगह मिली. इसी क्रम में दिल्ली के चांदनी चौक लोकसभा सीट से डॉ. हर्षवर्धन का टिकट भी काट दिया गया और उनकी जगह प्रवीण खंडेलवाल को मौका दिया गया. इसके बाद उन्होंने राजनीति से सन्यास की घोषणा कर दी.


गौतम गंभीर और जयंत सिन्हा ने बीजेपी की लिस्ट जारी होने से पहले ही राजनीति से अलग होने का आग्रह किया था. वहीं, लिस्ट जारी होने के बाद डॉ. हर्षवर्धन ने भी सक्रिय राजनीति से अपने आप को दूर करने का फैसला किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबी पोस्ट लिखकर इसका ऐलान किया है.


क्या लिखा पोस्ट में?


उन्होंने कहा, ”30 साल से भी ज्यादा के राजनीतिक करियर में मैंने सभी पांच विधानसभा, 2 लोकसभा चुनाव लड़े और वो सभी बड़े अंतर से जीते और पार्टी संगठन, राज्य, केंद्र की सरकारों में कई प्रतिष्ठित पदों पर काम भी किया. अब मैं अपनी जड़ों की ओर वापस जाने की अनुमति चाहता हूं.”


डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा, “पचास साल पहले जब मैंने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की इच्छा के साथ कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला लिया तो मानव जाति की सेवा ही मेरा आदर्श वाक्य था. दिल से एक स्वयंसेवक बनकर, मैं कतार के आखिरी शख्स की सेवा करने की कोशिश करता रहा हूं. मैं दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन को मानने वाला रहा हूं. तत्कालीन आरएसएस नेतृत्व के कहने पर मैं चुनावी मैदान में आया था. वो लोग मुझे इसलिए मना पाए क्योंकि मेरे लिए राजनीति का मतलब हमारे तीन मुख्य शत्रुओं- गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ने का मौका था.’


उन्होंने आगे लिखा, “मेरी एक अद्भुत पारी रही जिसके दौरान मैं आम आदमी की सेवा करने के लिए जुनूनी तौर पर जुटा रहा. मैंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में भी काम किया. ये विषय मेरे दिल के करीब है. पहले मुझे पोलियो मुक्त भारत बनाने की दिशा में काम करने औ फिर कोविड 19 के संक्रमण के दौरान उससे जूझ रहे हमारे लाखों देशवासियों के स्वास्थ्य की देखभाल करने का अवसर मिला.”


पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मानव जाति के लंबे इतिहास में, केवल कुछ ही लोगों को गंभीर खतरे के घंटों में अपने लोगों की रक्षा करने का विशेषाधिकार दिया गया है! और मैं गर्व से दावा कर सकता हूं कि मैंने जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ा, बल्कि इसका स्वागत किया. मां भारती के प्रति मेरी कृतज्ञता, मेरे साथी नागरिकों के प्रति मेरी श्रद्धा और हमारे संविधान में निहित मूल्यों के प्रति मेरी श्रद्धा. और हां, वह सबसे बड़ा सौभाग्य था जो भगवान श्री राम ने मुझे दिया, मानव जीवन को बचाने में सक्षम होने का सौभाग्य!!"


पार्टी नेताओं और शुभचिंतकों को किया धन्यवाद


उन्होंने कहा, “मैं अपनी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं, अपने प्रशंसकों और आम नागरिकों के समर्थकों के साथ-साथ अपनी पार्टी के नेताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं.. उन सभी ने तीन दशकों से अधिक की इस उल्लेखनीय यात्रा में योगदान दिया है. मुझे यह अवश्य स्वीकार करना चाहिए कि मैं भारत के इतिहास में सबसे गतिशील प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के साथ मिलकर काम करना एक बड़ा सौभाग्य मानता हूं. देश उनकी फिर से सत्ता में वीरतापूर्ण वापसी की कामना करता है.”


‘मेरा क्लीनिक मेरा इंतजार कर रहा है’


पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “मैं तंबाकू और मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ, जलवायु परिवर्तन के खिलाफ और सरल और टिकाऊ जीवन शैली सिखाने के लिए अपना काम जारी रखूंगा. उन सभी के लिए एक बड़ी जयकार, जो उस समय चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, जब मैंने कई चीजें पहली बार हासिल कीं और एक पूर्ण राजनीतिक जीवन जीया. मैं आगे बढ़ता हूं, मैं वास्तव में इंतजार नहीं कर सकता. मुझे वादे निभाने हैं.. और सोने से पहले मीलों चलना है!! मेरा एक सपना है.. और मैं जानता हूं कि आपका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहेगा. कृष्णा नगर में मेरा ईएनटी क्लिनिक भी मेरी वापसी का इंतजार कर रहा है.”


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