Madhavi Latha On Asaduddin Owaisi: तेलंगाना की हैदराबाद सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. पिछले 40 सालों से इस सीट पर ओवैसी परिवार का कब्जा रहा है. बीजेपी ने इस बार इस सीट से डॉ. माधवी लता को मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के सामने चुनावी मैदान में उतारा है.
माधवी लता कट्टर हिंदुत्व का चेहरा हैं और ट्रिपल तलाक के मामले पर मुस्लिम महिलाओं के बीच भी खासा लोकप्रिय हैं. इसलिए बहुत हद तक इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार घर में ही ओवैसी घिर न जाएं. माधवी लता ने न्यूज एजेंसी ANI से बात की, जिसमें ओवैसी पर तीखा वार करती नजर आईं. उन्होंने कहा कि जंग का एलान कर दिया गया है. अब ओवैसी के रिटायरमेंट का समय आ गया है.
"हैदराबाद सबसे अधिक पिछड़ा संसदीय क्षेत्र"
माधवी लता ने कहा, "यह निर्वाचन क्षेत्र इतना उपेक्षित है कि यहां गरीबी और शैक्षणिक पिछड़ापन है. हैदराबाद लोकसभा में कोई सफाई, शिक्षा या स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं हैं. मदरसों में बच्चों को खाना नहीं मिल रहा है. मंदिरों और हिंदू घरों पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है. मुस्लिम बच्चे अशिक्षित हैं. बाल श्रम भी है."
'...तो ओवैसी को रिटायर हो जाना चाहिए'
माधवी लता आगे बोलीं कि ओवैसी का परिवार 40 सालों से यहां जीत रहा है लेकिन उन्होंने संसदीय सीट के लिए कुछ भी नहीं किया. यह सबसे पिछड़ा इलाका है. इसलिए अब समय आ गया है कि उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "लोगों के लिए कुछ नहीं किया गया है. पुराना शहर न तो पहाड़ है और न ही आदिवासी इलाका है. यह हैदराबाद के केंद्र में है लेकिन वहां गरीबी है." उन्होंने इसके अलावा हैदराबाद के पुराने शहर की तुलना सोमालिया से की. लता ने कहा कि इसे उतना ही विकसित करने की जरूरत है जितना सोमालिया को विकसित करने की जरूरत है. सबसे पहले महिलाओं और युवाओं को रोजगार देने की जरूरत है.
क्या है हैदराबाद का राजनीतिक इतिहास?
दरअसल, हैदराबाद सीट एआईएमआईएम का गढ़ मानी जाती है. यह सीट 1984 से ही पार्टी के पास है. असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन 1984 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए थे. उन्होंने 20 साल तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था. उसके बाद से ही उनके बेटे असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद से सांसद हैं.