Lok Sabha Elections 2024: 'केवल मुस्लिमों को दे रहे टू बेडरूम फ्लैट', बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता का ओवैसी और तेलंगाना सरकार पर निशाना
Election 2024: बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता ने 25 मार्च को कथित तौर पर महिलाओं पर पुलिस के लाठीचार्ज करने के मामले पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने वहां महिलाओं के साथ मारपीट की है.
Lok Sabha Elections 2024: हैदराबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी की प्रत्याशी माधवी लता ने महिलाओं पर पुलिस के लाठीचार्ज के मामले पर मंगलवार (26 मार्च) को राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. सांसद असदुद्दीन ओवैसी को लोकसभा चुनाव 2024 में चुनौती देने जा रही माधवी लता ने एआईएमआईएम नेता पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वे (ओवैसी) सिर्फ मुस्लिमों को 2 बेडरूम का फ्लैट दे रहे हैं. वो भी सिर्फ बाहर से आने वाले मुस्लिमों को.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में माधवी लता ने इस मामले पर तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी से बयान जारी करने की मांग की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए और तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.
'तेलंगाना पुलिस ने किया महिलाओं पर लाठीचार्ज'
बीजेपी प्रत्याशी माधवी लता ने 25 मार्च को कथित तौर पर महिलाओं पर पुलिस के लाठीचार्ज करने के मामले पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने वहां महिलाओं के साथ मारपीट की है. हम सबको कल की हिंसा के बारे में पता है, जहां पुलिस ने महिलाओं पर लाठीचार्च किया.
#WATCH | Lok Sabha Elections 2024 | BJP's candidate from Hyderabad, Madhavi Latha says, "We all know about yesterday's violence...Police launched baton charge on women. As soon as Mahila Morcha president Shilpa Reddy came to know about it, she gathered all the women and went… pic.twitter.com/rOMIwfgM9o
— ANI (@ANI) March 26, 2024
उन्होंने कहा कि जैसे ही महिला मोर्चा की अध्यक्ष शिल्पा रेड्डी को इस बारे में जानकारी मिली, वो महिलाओं को इकट्ठा कर वहां उनकी मदद करने पहुंचीं. पुलिस ने उन पर भी लाठीचार्ज किया.
'औरंगजेब के शासन से भी बदतर है'
माधवी लता ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उन्हें मेदीपल्ली पुलिस स्टेशन की जगह कीसारा पुलिस स्टेशन क्यों लाया गया? उन्होंने दलित महिलाओं पर पुलिस के कथित लाठीचार्ज की घटना पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वे (पुलिस) एससी/एसटी महिलाओं पर अत्याचार कर सकती है और हम उनके आंसू भी नहीं पोंछ सकते?
उन्होंने कहा कि क्या यही लोकतंत्र है? यह कोई लोकतंत्र नहीं है. यह अंग्रेजों के शासन से भी बदतर है, औरंगजेब के शासन से भी बदतर है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि यहां दोनों एक-दूसरे से मिल गए हैं. ये 'रजाकार' का शासन है, हम इससे आजादी चाहते हैं.
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