BJP Candidates For Lok Sabha Election 2024: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों की तीसरी सूची में तमिलिसाई सौंदरराजन को भी टिकट दिया है. दो दिन पहले (18 मार्च) को उनके इस्तीफे की खबर इन्हीं अटकलों के बीच आई थी कि वह लोकसभा चुनाव लड़ सकती है. चेन्नई साउथ लोकसभा सीट से वह चुनाव लड़ रही हैं.
यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी ने उन पर चुनावी दांव खेला हो. 2019 के लोकसभा चुनाव में तमिलिसाई सौदरराजन दक्षिण तमिलनाडु की थूथुकुडी सीट से डीएमके की कनीमोझी से हार गई थीं. myneta.info की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव के समय तमिलिसाई सौंदरराजन की कुल संपत्ति 10 करोड़ 99 लाख से ज्यादा थी और उन पर एक करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी थी.
कौन हैं तमिलिसाई सौंदरराजन?
तमिलिसाई सौंदरराजन का नाता बीजेपी से काफी लंबे समय से है. उन्होंने तेलंगाना के दूसरे राज्यपाल के रूप में कार्य किया और साथ ही पुडुचेरी के उपराज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) के रूप में भी कार्य किया. राज्यपाल बनने से पहले सौंदरराजन बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव और तमिलनाडु राज्य इकाई की पार्टी अध्यक्ष थीं.
तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा देने के बाद 20 मार्च को वह बीजेपी में फिर से शामिल हो गईं.
तमिलिसाई सौंदरराजन का जन्म तमिलनाडु के कन्याकुमारी के कालियाक्कविलई में 2 जून 1961 को हुआ था. उनके पिता अनंतन कुमारी पूर्व सांसद और तमिलनाडु में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. उनके पति सौंदरराजन एक डॉक्टर हैं.
तमिलिसाई सौंदरराजन ने मद्रास मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है. उन्होंने कनाडा में सोनोलॉजी और एफईटी थेरेपी में भी ट्रेनिंग ली है. राजनीति में आने से पहले ने उन्होंने 5 वर्षों तक चेन्नई के रामचंद्र मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्य किया था. तमिलिसाई सौंदरराजन की एक बेटी और एक बेटा है. दोनों डॉक्टर हैं.
तमिलिसाई सौंदरराजन का राजनीतिक करियर
तमिलिसाई सौंदरराजन की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति से संबंध रखती है, इसलिए बचपन से ही उन्हें इस क्षेत्र में रुचि थी. मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वही छात्र नेता भी रहीं. उन्होंने बीजेपी की तमिलनाडु इकाई के लिए विभिन्न पदों पर रहते हुए काम किया.
1999 में वह दक्षिण चेन्नई जिला मेडिकल विंग की सचिव बनीं, 2001 में मेडिकल विंग राज्य महासचिव बनीं. वह 2005 में दक्षिणी राज्यों के लिए चिकित्सा विंग की अखिल भारतीय सह-संयोजक बनीं. 2007 में वह प्रदेश महासचिव, 2010 में प्रदेश उपाध्यक्ष और 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव के रूप में पदोन्नत हुईं.
तमिलिसाई सौंदरराजन को 1 सितंबर 2019 को तेलंगाना का राज्यपाल नियुक्त किया गया था और 9 सितंबर 2019 को उन्होंने कार्यभार संभाला था. इसके बाद 16 फरवरी 2021 को उन्हें पुडुचेरी (केंद्र शासित प्रदेश) के उपराज्यपा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था.
तमिलिसाई सौंदरराजन अब तक दो बार लोकसभा और तीन बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा चुकी है लेकिन हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है.
यह भी पढ़ें- BJP Candidates List: आ गई बीजेपी की तीसरी लिस्ट, अन्नामलाई से लेकर सौंदरराजन तक को मिला टिकट