DMK Leader Shivaji Krishnamoorthy Statement: तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ डीएमके (DMK) नेता शिवाजी कृष्णामूर्ति (Shivaji Krishnamoorthy) ने एक सभा को संबोधित करते हुए विवादित बयान दे दिया था. राज्यपाल के खिलाफ विवादित बयान के बीच, बीजेपी के राज्य अध्यक्ष अन्नामलाई ने शनिवार (14 जनवरी) को सीएम और डीएमके सुप्रीमो एमके स्टालिन से सफाई मांगी. तमिलनाडु के बीजेपी प्रमुख ने कहा कि पार्टी ने मामले को लेकर तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक डीजीपी को लिखा और तत्काल कार्रवाई की मांग की है.


उन्होंने कहा कि डीएमके हमेशा अपमानजनक राजनीति में लिप्त रही है. उन्होंने हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उच्च संवैधानिक पदों पर बैठे नेताओं को गाली दी है. हमने तमिलनाडु के डीजीपी को तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा है. पुलिस के हाथ बंधे हुए हैं. अन्नामलाई ने बताया कि स्थानीय डीएमके नेता पुलिस स्टेशनों को अपने स्वयं के कार्यालयों के रूप में इस्तेमाल करते हैं.


चुनाव में देंगे करारा जवाब


अन्नामलाई ने कहा कि चुनाव में लोग डीएमके को करारा जवाब देंगे. तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख ने कहा, "सीएम स्टालिन को सामने आना चाहिए और साफ करना चाहिए. अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. मुझे यकीन है कि लोग उन्हें अगले चुनाव में सबक सिखाएंगे."


डीएमके नेता ने दिया था विवादित बयान 


डीएमके नेता शिवाजी कृष्णामूर्ति ने शुक्रवार को तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ विवादित बयान से विवाद खड़ा कर दिया था. तमिलनाडु के सीएम एम स्टालिन और राज्यपाल आरएन रवि के बीच लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है. डीएमके नेता शिवाजी कृष्णामूर्ति ने तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ विवादित बयान दिया है. द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) नेता ने गुरुवार (12 जनवरी) को एक कार्यक्रम में कहा, 'अगर राज्यपाल अपने विधानसभा भाषण में आंबेडकर का नाम लेने से इनकार करते हैं, तो क्या मुझे उन पर हमला करने का अधिकार नहीं है?'


क्या था विवादित बयान


कृष्णामूर्ति ने कहा, "यदि आप राज्यपाल तमिलनाडु सरकार की तरफ से दिए गए भाषण को नहीं पढ़ते हैं, तो कश्मीर जाएं. वहां हम आतंकवादी भेजेंगे ताकि वे आपको मार सकें." सीएम स्टालिन ने राज्यपाल पर ऐसा भाषण देने का आरोप लगाया जो स्वीकृत भाषण से अलग था. भाषण विवाद को लेकर कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टियों और अन्य सहयोगी सदस्यों ने शुक्रवार को राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.


सत्ता पक्ष ने किया हंगामा


तमिलनाडु के विधायक थिरु एन इरामाकृष्णन ने बुधवार को राज्यपाल आरएन रवि के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया, जिसमें उनकी कार्रवाई पर खेद शब्द का उल्लेख किया गया है. बुधवार 9 जनवरी को, राज्यपाल ने अपने बयान से विवाद खड़ा कर दिया था कि राज्य के लिए 'थमीजागम' (राज्य) नाम अधिक उपयुक्त होगा. सोमवार को सदन के उद्घाटन सत्र में अपने प्रथागत संबोधन के दौरान राज्यपाल रवि की बयान ने विशेष रूप से सत्ता पक्ष से हंगामा शुरू कर दिया था. सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके सहयोगी दलों कांग्रेस और वीसीके के विधायकों ने राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और वॉक आउट किया.


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