नई दिल्ली: पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक हलचल अभी से शुरू हो गई है. मंगलवार को बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने बैठक की. पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, राज्य के प्रभारी दुष्यंत गौतम, राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग सहित कुछ अन्य नेता मौजूद थे. यह बैठक करीब साढ़े तीन घंटे चली.


बैठक के बाद अश्विनी शर्मा ने कहा कि एक नियमित बैठक थी. इसमें अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. बता दें कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनों से राज्य के राजनीतिक समीकरण बीजेपी के लिए बदले हुए हैं. 


दरअसल, लंबे समय तक बीजेपी की सहयोगी रही अकाली दल ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर बीजेपी से इसी साल गठबंधन तोड़ लिया था. हाल ही में अकाली दल ने मायावती की पार्टी बीएसपी से गठबंधन का एलान किया है.


कृषि कानूनों के खिलाफ सबसे अधिक असर पंजाब में हुआ है और किसान दिल्ली की सीमाओं पर छह महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं.  किसानों की नाराजगी के मद्देनजर राज्य में भाजपा को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.


2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अकाली दल के साथ चुनाव लड़ा था और उसने 23 सीटों पर अपने उम्मीवार उतारे थे. उसे केवल तीन सीटों पर जीत मिली थी.


उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब सहित पांच राज्यों में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां बीजेपी ने तेज कर दी है.  हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली आए और उन्होंने पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा से मुलाकात की. पीएम मोदी ने भी बीजेपी के महासचिवों के साथ बैठकें की है.


Exclusive: कोरोना की दूसरी लहर के दौरान क्यों हुई इतनी मौतें और कौन से रहे सबसे बड़े फैक्टर?