विपक्षी नेताओं को पत्र लिख बंगाल में कर रहीं ‘डूबते जहाज' को बचाने की कोशिश, जेपी नड्डा का ममता पर हमला
विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार के बीच टीएमसी सुप्रीमों और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी समेत विपक्षी नेताओं को पत्र लिखते हुए बीजेपी की तरफ से ‘संविधान और हमले पर किए जा रहे हमले को लेकर एकजुट’ होने की अपील की.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से विपक्षी दलों को पत्र लिखकर 'लोकतंत्र' पर बीजेपी के हमले के खिलाफ एकजुट होने की अपील के बाद बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने ममता पर बुधवार को निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने यह मान लिया है कि इस बार के चुनाव में वह मुश्किल स्थिति में हैं. जेपी नड्डा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा- "लोकतंत्र में हर किसी को यह अधिकार है कि वे उन लोगों को एक साथ लाएं जो सामान विचारधारा रखते हैं. लेकिन इस बार पीएम मोदी और बीजेपी के खिलाफ सभी को एक साथ एकजुट होने के लिए कहना चुनाव में साफ संकेत जाहिर करता है."
जेपी नड्डा का ममता पर निशाना
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा- अंग्रेजी में एक कहावत है सेव आवर साउल्स, या सेव आवर शिप (एसओएस). इसका मतलब ये है कि जहाज डूब रहा है. यह साफ है कि ममता जी ने यह मान लिया है कि उनका जहाज बंगाल में डूब रहा है और वह मुश्किल में हैं. बंगाल के लोगों ने बीजेपी के पक्ष में शानदार जनादेश का फैसला कर लिया है. जेपी नड्डा ने कहा- ‘पत्र पार्टी का आंतरिक मामला है. लेकिन यह सेवा आवर साउल एंड सेव आवर शिप है. यह जहाज को बचाने की कोशिश है.’
ममता ने विपक्षी नेताओं को लिखा पत्र
विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार के बीच टीएमसी सुप्रीमों और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी समेत विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के कथित हमलों के खिलाफ ‘‘एकजुट होकर और प्रभावशाली ढंग से’’ संघर्ष करने का समय आ गया है और विपक्षी नेताओं को देश के लोगों के लिए एक ‘‘विश्वसनीय विकल्प’’ पेश करने की कोशिश करनी चाहिए.
बनर्जी ने गैर-भाजपा नेताओं को एक पत्र लिखा है जिसे तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को जारी किया। बनर्जी ने पत्र में आरोप लगाया है कि स्वतंत्रता के बाद से केन्द्र-राज्य संबंध सबसे खराब स्थिति में है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट होकर और प्रभावशाली तरीके से संघर्ष करने का समय आ गया है.’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष के रूप में, मैं इस लड़ाई में आप सभी और अन्य सभी समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के साथ काम करूंगी. हम एकजुट होकर इस लड़ाई को जीत सकते हैं और लोगों के समक्ष एक विश्वसनीय विकल्प पेश कर सकते हैं.’’ममता की तरफ से कई विपक्षी नेताओं को पत्र लिखा गया, जिनमें एनसीपी चीफ शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी, डीएमके नेता एमके स्टालिन, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, सीपीआई (एमएल) नेता दीपांकर भट्टाचार्य, नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारुक अब्दुल्ला और पीडीपी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, नवीन पटनायक, जगनमोहन रेड्डी समेत इन नेताओं को लिखी चिट्ठी, ये है मुद्दा