नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की. बैठक के दौरान जेपी नड्डा ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बंगाल में चुनाव के बाद संगठित हिंसा देखी गई, जबकि वहां एक महिला मुख्यमंत्री हैं. यह शर्मनाक है.


जेपी नड्डा ने कहा कि जहां टीएमसी थी वहां चुनाव में हिंसा हुई. पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक अत्याचार महिलाओं पर हुआ है. उन्होंने कहा कि बंगाल की पुलिस मूकदर्शक रही है. इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी, तृणमूल कांग्रेस की ‘खराब मानसिकता’ को लोकतांत्रिक तरीके से हराएगी.


बंगाल में कम समय में लंबी यात्रा की


जेपी नड्डा ने कहा कि बंगाल में बीजेपी और कमल के निशान को खिलाने में बहुत छोटी अवधि में एक लंबी यात्रा की है. 2014 के लोकसभा के चुनावों में हम 2 सीट जीतकर आए थे और 18 फीसदी वोट मिले थे. उन्होंने कहा कि 2016 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 3 सीटें मिली थीं और हमारा वोट प्रतिशत 10.16 फीसदी था. 2019 में हमें 40.25 फीसदी वोट मिला और 42 में से 18 सीटें मिलीं.


"आज़ादी के बाद ऐसा किसी राज्य में नहीं देखा"


बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, "मानवाधिकार आयोग सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन में अपना काम करने जा रहा है, उनपर भी हमले हो रहे हैं. इससे अधिक शर्मनाक बात क्या हो सकती है. ममता बनर्जी को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, बस समय का इंतजार है."


उन्होंने कहा कि बंगाल में जो चल रहा है हमने शायद आजादी के बाद ऐसा किसी भी राज्य में नहीं देखा. राजनीतिक हितों के लिए अन्याय को रोकने की बजाय बढ़ावा देना ऐसी जगह पहुंच गया है कि शरारती तत्व किसी चीज से नहीं डर रहे हैं.