Punjab News: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के सलाहकारों के विवादित बयानों की बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कड़े शब्दों निंदा करते हुए कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को ये बताना चाहिए कि क्या वे कांग्रेस नेताओं की तरफ से की गई टिप्पणी का समर्थन करते हैं. इस तरह के बयानों पर चुप्पी को समर्थन के रूप में देखा जाएगा.
जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, “मैं कांग्रेस के शीर्ष राष्ट्रीय नेतृत्व से स्पष्ट रूप से यह बताने का आग्रह करूंगा कि क्या वे पंजाब में कांग्रेस नेताओं द्वारा कश्मीर और पाकिस्तान पर की गई टिप्पणियों का समर्थन करते हैं? मामले पर चुप्पी को ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणियों के निहित समर्थन के रूप में देखा जाएगा.”
अपने एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, “पंजाब कांग्रेस के नेताओं की हालिया टिप्पणियां, जिन्हें राज्य के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ दिल्ली में हाईकमान का संरक्षण प्राप्त है, निंदनीय हैं. वे बार-बार गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं जिसका राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है.”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू दो सलाहकारों प्यारे लाल गर्ग और मलविंदर सिंह माली की कथित टिप्पणियों को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. गर्ग ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा की गई पाकिस्तान की आलोचना पर सवाल उठाया था. दूसरी तरफ, माली ने संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी, जिसके तहत तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर को एक विशेष दर्जा मिला हुआ था. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था तो धारा 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी. उनकी ओर से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में भी कथित तौर पर आपत्तजिनक टिप्पणी की गई.
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी साधा था निशाना
सिर्फ बीजेपी ही नहीं, कांग्रेस पार्टी के ही सांसद और सीनियर नेता मनीष तिवारी ने सिद्धू के सलाहकारों के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की थी. उन्होंने पार्टी नेतृत्व से इस पर आत्ममंथन करने का आग्रह किया कि क्या ऐसे लोगों को पार्टी में होना चाहिए, जो जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते और जिनका रुझान पाकिस्तान समर्थक है. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि ऐसे लोगों को पार्टी में तो दूर की बात, देश में भी रहने का अधिकार है?