नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए वाले बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है. इस बयान के बाद जहां कुछ नेता उनके समर्थन में उतर गए हैं तो वहीं कुछ लोग उनके विरोध में उतर गए हैं. मोहन भागवत के बयान को लेकर ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चीफ इमाम उमर अहमद ने स्वागत किया है तो वहीं एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा है.
उमर अहमद ने जाहिर की खुशी
मोहन भागवत के बयान पर ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चीफ इमाम उमर अहमद खुशी जाहिर करते हुए उनके बयान का स्वागत किया है. बता दें कि मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों.
ओवैसी ने बोला हमला
वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर आरएसएस प्रमुख पर हमला बोला. उन्होंने लिखा, ''RSS के भागवत ने कहा "लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी" इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे. ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है.''
ओवैसी ने कहा, ''कायरता, हिंसा और क़त्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है।मुसलमानो की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है. केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक़ के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ़ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहां भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि "क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?"
दिग्विजय सिंह का बयान
वहीं आरएसएस प्रमुख के बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने पूछा, ''क्या यह शिक्षा आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे. क्या यह शिक्षा आप मोदी-शाह और बीजेपी के मुख्यमंत्री को भी देंगे?''
लिंचिग में शामिल लोग हिंदुत्व के खिलाफ
बता दें कि एक कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने लिंचिंग को लेकर कहा कि इसमें शामिल लोग हिंदुत्व के खिलाफ हैं और लोकतंत्र में हिंदुओं या मुसलमानों का प्रभुत्व नहीं हो सकता है.
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