मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. विधानसभा में बहुमत परीक्षण से पहले बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक पार्टी के पास 150 से 169 विधायकों का समर्थन है. बीजेपी के राज्यसभा सदस्य नारायण राणे, अजित पवार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पीयूष गोयल के अतिरिक्त पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव महाराष्ट्र में 'ऑपरेशन कमल' के हिस्सा हैं.


महाराष्ट्र में 'ऑपरेशन कमल' को सफलतापूर्वक पूरे करने के लिए लगातार कोशिश जारी है. बदली हुई परिस्थितियों में, महाराष्ट्र बीजेपी ने विपक्ष के ऐसे विधायकों की सूची तैयार की है जो आसानी से टूट सकते हैं. ऐसे विधायक जिनके टूटने की संभावना है उन्हें मंत्रालय के प्रस्ताव के प्रस्ताव दिए जा रहे हैं. इसके अलावा विधायकों के चुनाव क्षेत्र में अधूरे पड़े प्रोजेक्ट को प्राथमिकता के साथ पूरे करने के वादे भी किए जा रहे हैं.


इसके साथ ही प्रदेश के डिप्टी सीएम और एनसीपी के बागी नेता अजित पवार ने ट्वीट करके कहा है "एनसीपी और बीजेपी गठबंधन स्थिर सरकार देगी. सब कुछ ठीक-ठाक है. चिंता की कोई बात नहीं है." सूत्रों के मुताबिक अजित पवार एनसीपी के 30 विधायकों के संपर्क में है. उनके बेटे पार्थ पवार भी विधायकों से लगातार संपर्क साधे हुए है. अजित पवार खेमे का दावा है कुल मिलाकर 35 विधायक ऐसे हैं जो फिलहाल शरद पवार के साथ दिखाई दे रहे हैं लेकिन बहुमत प्रस्ताव के समय अजित पवार का साथ देंगे.


अजित पवार ने ट्विटर बायो में किया बदलाव


एनसीपी नेता अजित पवार ने आज सुबह अपने ट्विटर प्रोफाइल में भी बदलाव किए. उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइन के बायो में डिप्टी सीएम ऑफ महाराष्ट्र के साथ लीडर एनसीपी लिखा. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी के 21 नेताओं को ट्वीट कर धन्यवाद भी दिया. जिन नेताओं को उन्हें धन्यवाद दिया उसमें- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जैसे नेता शामिल हैं.


उद्धव ठाकरे ने एनसीपी विधायकों को संबोधित किया


वहीं, विपक्षी पार्टी के नेता अपने विधायकों को संभालने में लगे हुए हैं. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पहली बार एनसीपी के विधायकों को उनके होटल में पहुंचकर संबोधित किया. इसके बाद वह कांग्रेस नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं. फिलहाल एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की तरफ से कोर्ट में जाने के बावजूद अपने विधायकों को बचा कर रखने और जल्द से जल्द बहुमत परीक्षण में विजय होने के दावे किए जा रहे हैं. वहीं, बीजेपी विधायक दल की बैठक में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि "राज्य में आनंद का वातावरण है. हम बहुमत परीक्षण आसानी से जीत जाएंगे."


कुल मिलाकर बीजेपी 'ऑपरेशन कमल' के जरिए राज्य में अपने बहुमत को लेकर आश्वस्त होने का दावा कर रही है. वहीं शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस अपने विधायकों को बचाकर रखने और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जल्द बहुमत परीक्षण कराने और खुद के गठबंधन के पास बहुमत का आंकड़ा होने का दावा कर रही है.


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