BJP Congress Clash: कर्नाटक में विजयपुरा ज़िले के होनवाड़ा गांव में 1,500 एकड़ ज़मीन के वक़्फ़ बोर्ड के दावे के बाद वहां के किसान असमंजस में हैं. यह मामला तब गरमा गया जब किसानों को तहसीलदार की ओर से एक नोटिस मिला, जिसमें उनकी पुश्तैनी ज़मीन को वक़्फ़ संपत्ति घोषित किया गया. इसके बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है, जहां भाजपा ने इसे किसानों के अधिकारों पर हमला बताया और कांग्रेस ने ज़मीन न छिनने का भरोसा दिलाया.


भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि किसानों को बिना किसी ठोस कारण और सबूत के उनकी ज़मीनों को वक़्फ़ संपत्ति घोषित किया जा रहा है. सूर्या ने आरोप लगाया कि राज्य के वक़्फ़ मंत्री बीज़ेड ज़मीर अहमद खान ने अधिकारियों को 15 दिनों के अंदर यह ज़मीन वक़्फ़ बोर्ड के नाम दर्ज करने का निर्देश दिया. भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने भी वक़्फ़ बोर्ड के इस फैसले को अदालत में चुनौती देने की बात कही है.


कांग्रेस का पक्ष


इस बीच, वक़्फ़ मंत्री ज़मीर अहमद खान ने भाजपा पर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर ज़मीन वक़्फ़ संपत्ति है तो ही नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि किसानों के पास सभी दस्तावेज़ हों तो वे कानूनी रूप से अपनी लड़ाई लड़ सकते हैं. 


'किसानों की जमीन बचाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे'


कैबिनेट मंत्री एमबी पाटिल ने भी किसानों से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि अगर उनके पास ज़मीन के सही दस्तावेज़ हैं, तो उनकी ज़मीन नहीं जाएगी. यह मुद्दा विजयपुरा के किसानों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. दोनों पार्टियों के बीच चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच किसानों का कहना है कि वे अपनी पुश्तैनी ज़मीन बचाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे.






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