Congress Scandal: शनिवार (18 जनवरी) को कांग्रेस सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए भाजपा में असंतोष के स्वर उभरे. ये घटनाक्रम तब हुआ जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एमयूडीए साइट आवंटन घोटाले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया (Siddaramaiah) और उनकी पत्नी पार्वती बी एम को आरोपियों के रूप में शामिल किया.
ईडी ने शुक्रवार (17 जनवरी) को कहा कि उसने सिद्धरमैया एवं अन्य के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएल) 2002 के तहत 142 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया है. इन संपत्तियों का बाजार मूल्य लगभग 300 करोड़ रुपये है. जब्त की गई संपत्तियां रियल एस्टेट व्यवसायियों और एजेंटों के नाम पर रजिस्टर्ड हैं.
भाजपा में नेतृत्व को लेकर गहरा विवाद
भाजपा के दो असंतुष्ट विधायकों बसनगौड़ा पाटिल यतनाल और रमेश जरकीहोली ने प्रदेश पार्टी प्रमुख बी वाई विजयेंद्र पर निशाना साधा. गोकक तालुक के अंकलगावी गांव में भाजपा की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जरकीहोली ने कहा ‘‘लोग भाजपा में कलह की बात करते हैं, लेकिन हमारे बीच कोई आंतरिक लड़ाई नहीं है. हमारी लड़ाई केवल प्रदेश पार्टी अध्यक्ष के खिलाफ है.’’ इससे यह साफ हो गया कि भाजपा में नेतृत्व के सवाल पर विवाद गहरा रहा है.
सिद्धरमैया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय ने सिद्धरमैया और उनके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. ये कार्रवाई एमयूडीए साइट आवंटन घोटाले से जुड़ी हुई है जिसमें कई महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं. भाजपा ने इस कार्रवाई को कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक बड़ा कदम माना है और इसे राजनीतिक लड़ाई में एक निर्णायक मोड़ के रूप में देखा है. भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और अब इसका सामना करना पड़ेगा.