BJP Congress On Tawang: अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प के मुद्दे ने राजनीति भी गरमा दी है. इसको लेकर संसद में भी जोरदार हंगामा हुआ. तो वहीं, बीजेपी और कांग्रेस के बीच में जुबानी जंग छिड़ गई है. तवांग मुद्दे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत की 1 इंच भी जमीन कोई नहीं ले सकता है. दरअसल, कांग्रेस ने इसको लेकर सवाल उठाए, जिसका जवाब अमित शाह ने दिया.


अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस इसको लेकर राजनीतिकरण कर रही है, जबकि उसे सेना के शौर्य की तारीफ करनी चाहिए. तो वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब 12 बजे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान देने की जानकारी दी गई तो किस हैसियत से अमित शाह ने पहले ही बोल दिया कि सीमा पर कुछ नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि अगर गृह मंत्री अपनी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं तो कुर्सी छोड़ दें.


जानिए और किसने क्या कहा?


वहीं, अरुणाचल ईस्ट से बीजेपी सांसद तपीर गाओ ने कहा है कि भारतीय सैनिक अपनी सीमा से एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि भारतीय पक्ष में कुछ चोटों की सूचना मिली थी, लेकिन पीएलए को बहुत अधिक चोटें आईं. सीमा पर भारतीय सैनिक एक इंच भी नहीं हिलेंगे. यह घटना निंदनीय है.


कांग्रेस कांग्रेस के प्रवक्ता और सांसद गौरव गोगोई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि रक्षा मंत्री ने संसद में इस मुद्दे पर कोई सवाल तक नहीं लिया. सरकार को इस अहम घटनाक्रम पर विवरण देना चाहिए था लेकिन वह भाग गई. उन्होंने पूछा है कि मई 2020 में गलवान में हुई हिंसक झड़प से पहले जो यथास्थिति थी उसे कब बहाल किया जाएगा. गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी छवि देश की अखंडता से ज्यादा प्यारी है. दुनिया में हमने ऐसा कोई देश नहीं देखा जिसकी सीमा पर बार-बार प्रहार हो रहा हो और उस देश का नेता, उस देश का प्रधानमंत्री चुप हो.


कांग्रेस नेता सुप्रिया ने ट्वीट कर कहा कि अरुणाचल में भारतीय सेना और चीनी सेना की झड़प में हमारे जांबाज घायल हुए. अपने सेना के शौर्य के बल पर इतना तो दावे के साथ कह सकती हूं चीन को क्षति ज़्यादा हुई होगी. पर इतनी बड़ी खबर भी सूत्रों के माध्यम से? सरकार कहां है? चीन बार-बार यह हिमाकत कर कैसे रहा है?


बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सुरक्षा परिषद में भारत की नियुक्ति नेहरू जी की वजह से गिरवी हुई. उन्होंने कहा कि साल 1962 में, चीन ने भारत की हजारों हेक्टेयर भूमि हड़प ली. साल 2006 में, भारत में चीनी दूतावास ने अरुणाचल प्रदेश और उत्तर-पूर्व सीमांत एजेंसी (NEFA) पर दावा किया. अब देश में मोदी सरकार है, एक इंच जमीन भी कोई नहीं ले सकता.


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