नई दिल्ली: किसान नेता राकेश टिकैत के पश्चिम बंगाल पहुंचने और टीएमसी सांसद डोला सेन द्वारा उनका स्वागत करने की तस्वीरें सामने आने के बाद अब बीजेपी विपक्षी पार्टियों पर किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर बीजेपी पर निशाना साधने का आरोप लगा रही है. वहीं पश्चिम बंगाल चुनावों में लेफ्ट के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस का कहना है कि अगर किसान नेता राकेश टिकैत वहां बीजेपी को हराने की अपील करने गए हैं, तो उनको सिर्फ टीएमसी के मंच पर ना जाकर सभी विपक्षी पार्टियों के मंच पर जाना चाहिए.


किसान नेता राकेश टिकैत और टीएमसी सांसद डोला सेन की साथ आई तस्वीरों और उनके बीच हुई बातचीत को लेकर अब टीएमसी और किसान नेता दोनों ही बीजेपी के निशाने पर हैं. बीजेपी नेता मुख़्तार अब्बास नकवी, सुधांशु त्रिवेदी, हरनाथ यादव समेत अन्य नेताओं ने टीएमसी और किसान नेता के बीच हुई बातचीत और तस्वीरों को लेकर सवाल उठाते हुए कहा है कि इससे उन किसान नेताओं का भी असली चेहरा सामने आ गया है, जो लगातार मोदी सरकार के ऊपर कृषि कानूनों को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे. बीजेपी नेताओं ने कहा कि इन तस्वीरों से साफ हो गया है कि किसानों का यह आंदोलन गैर राजनीतिक नहीं था, बल्कि राजनीतिक विचारधारा के साथ ही इसको आगे बढ़ाया गया था. इसके साथ ही टीएमसी द्वारा दिए जा रहे समर्थन पर बीजेपी नेताओं ने सवाल उठाते हुए कहा कि इससे यह भी साबित होता है कि किस तरह से पश्चिम बंगाल में टीएमसी के पास जनाधार कम होता जा रहा है और इसी वजह से अब वो किसान नेताओं और किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर बीजेपी का मुकाबला करना चाहती है.


सिर्फ बीजेपी ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के खिलाफ चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने भी राकेश टिकैत और डोला सेन की मुलाकात पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने सवाल उठाते हुए कहा कि अगर राकेश टिकैत वहां पर बीजेपी को हराने के मुद्दे के साथ पहुंचे हैं, तो उनको किसी एक पार्टी के मंच पर नहीं जाना चाहिए. बिट्टू ने कहा कि टिकैत को बीजेपी की मुखालफत करने वाली सभी पार्टियों की रैली में शामिल होना चाहिए और उनके लोगों के पक्ष में मांग करनी चाहिए. रवनीत बिट्टू ने इस सब के बीच राकेश टिकैत को लेकर भी बयान देते हुए कहा कि राकेश टिकैत कभी भी गैर राजनीतिक व्यक्ति नहीं थे, वो इससे पहले भी चुनाव भी लड़ चुके हैं और पिछले चुनावों के दौरान बीजेपी का खुलेआम समर्थन कर चुके हैं, तो ऐसे में राकेश टिकैत को खुलकर सामने आना चाहिए और बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में हिस्सा बनना चाहिए.


गौरतलब है कि जब किसान नेता राकेश टिकैत पश्चिम बंगाल में बीजेपी को हराने की मांग को लेकर पहुंचे तो उस दौरान टीएमसी सांसद डोला सेन ने उनको एयरपोर्ट पर रिसीव किया. उसी दौरान टिकैत और डोला सेन के बीच हुई बातचीत का जो वीडियो सामने आया उसमें डोला सेन राकेश टिकैत से यह कहती हुईं नजर आईं कि टीएमसी के नेता किसानों के मंच पर तो नहीं आएंगे, लेकिन किसानों के समर्थन में भीड़ जुटाने का काम करते रहेंगे. यह वीडियो सामने आने के बाद अब टीएमसी और किसान नेता दोनों ही बीजेपी के निशाने पर हैं. इस वीडियो ने बंगाल की राजनीति में एक और नई हलचल खड़ी कर दी है.


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