नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध में 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया है. इस लॉकडाउन के दौरान लोगों से अपील की गई है कि वह घरों से ना निकलें. इस दौरान एक बड़ी समस्या गरीब, मजदूर, रेहड़ी पटरी लगाने वाले लोगों के सामने रोजगार और भोजन की खड़ी हो गई है. अब बीजेपी ने फैसला किया है कि "महाभोजन अभियान" के तहत वह रोज 5 करोड़ गरीब, मजदूर और जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएगी. इस तरह वह अगले 21 दिनों में 105 करोड़ लोगों को भोजन कराएगी.


बीजेपी के पदाधिकारियों की बैठक आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गरीब मजदूर और जरूरतमंद लोगों को रोज भोजन मुहैया कराने के लिए "महाभोजन अभियान" चलाने का निर्णय लिया. इस "महाभोजन अभियान" के लिए बीजेपी ने एक करोड़ कार्यकर्ताओं का चयन किया है जिनकी सूची तैयार कर ली गई है.


बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक अनिल बलूनी ने बताया, "एक करोड़ कार्यकर्ता प्रतिदिन 5 करोड़ लोगों को भोजन कराएंगे, इसके लिए हर एक कार्यकर्ता प्रतिदिन 5 गरीब लोगों को भोजन कराएगा, इस तरह एक करोड़ कार्यकर्ता 'महाभोजन अभियान' के तहत 5 करोड़ लोगों तक प्रतिदिन भोजन पहुंचा सकेंगे."


बीजेपी के पदाधिकारी की बैठक में "महाभोजन अभियान" चलाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का खासा ख्याल रखा गया और इसीलिए लोगों की भीड़ ना हो सोशल डिस्टेंसिंग भी कायम रहे इसके लिए एक कार्यकर्ता की जिम में सिर्फ 5 लोगों को भोजन कराने की जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया.


बीजेपी का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान गरीब मजदूर रेहड़ी पटरी लगाने वालों का रोजगार का संकट खड़ा हो जाएगा ऐसे में इन लोगों के लिए "महाभोजन अभियान" के तहत भोजन मुहैया कराना दरिद्र नारायण की सेवा करना होगा.


बीजेपी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के इतिहास में यह गरीब लोगों को भोजन मुहैया कराने का यह अबतक का सबसे बड़ा अभियान होगा.


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