Loudspeaker Controversy: राजधानी दिल्ली में 40 गांव और अतिक्रमण के बाद बीजेपी ने लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया है. न्यायलय के आदेश का हवाला देते हुए लाउडस्पीकर को हटाने की दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने की है. जहां आदेश गुप्ता ने इस बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है वहीं सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली उपराज्यपाल, पुलिस कमिश्नर और एमसीडी कमिश्नर को चिट्ठी लिखी. राजधानी में पहले अतिक्रमण, फिर 40 गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव और धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटे. ये मांग दिल्ली बीजेपी की तरफ से की गई है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने जहां अपनी मांग के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है वहीं पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के उपराज्यपाल, पुलिस आयुक्त और एमसीडी कमिश्नर को लिखकर लाउडस्पीकर हटाने की मांग की है. अपनी चिट्ठी में दोनो ने न्यायलय के आदेश का हवाला दिया और उसपर करवाही करने की मांग की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखी अपनी चिट्ठी में आदेश गुप्ता ने लिखा है की "माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश अनुसार सभी धार्मिक स्थलों व अन्य जगहों पर लगे लाउडस्पीकर हटाया जाना चाहिए. यह लाउडस्पीकर ध्वनि प्रदूषण का मुख्य स्रोत है. माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा कहा गया है कि इनकी आवाज की सीमा निर्धारित हो ताकि पढ़ने वाले बच्चों मरीजों और ऑफिस में कार्यरत आदि लोगों की इसकी इसकी आवाज के कारण शांति भंग ना. इसलिए मेरा आपसे निवेदन है की अन्य राज्यों की तरह दिल्ली में भी उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए सभी लाउडस्पीकर तुरत हटवाए जाएं."
धार्मिक स्थलों से हटाए जाए लाउडस्पीकरः आदेश गुप्ता
दिल्ली बीजपी अध्यक्ष, आदेश गुप्ता ने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हर धार्मिक स्थल से लाउडस्पीकर हटाया जाना चाहिये. दिल्ली देश की राजधानी है यहां स्टूडेंट है, बीमार लोग है, बुजुर्ग है और बच्चे भी रहते है. जब ध्वनि प्रदूषण होता है तो उनको परेशानी होती है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना सरकार की ज़िम्मेदारी होती है. इसमें तुष्टिकरण नहीं होना चाहिये. मैंने देखा कि कुछ गुरुद्वारों और मंदिरों में से इन्हें हटाया भी गया है तो मस्जिदों में से भी लाउडस्पीकर हटाया जाना चाहिये. लेकिन दिल्ली सरकार को पहल करनी होगी, तुष्टिकरण की राजनीति से बाहर आकर काम करना होगा. सभी धार्मिक जगहों से हटाये जाने चाहिये लाउडस्पीकर.''
प्रवेश वर्मा ने उपराज्यपाल, पुलिस कमिश्नर और एमसीडी को लिखा पत्र
कुछ ऐसा ही सांसद प्रवेश वर्मा ने उपराज्यपाल, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और एमसीडी कमिश्नर को लिखा है. बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, ''साल 2005 में तो सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ध्वनि कोई भी जो लाउडस्पीकर हो वह उसके भवन के अंदर ही सीमित रहना चाहिए उसके बाहर नहीं होनी चाहिए तो पूरे देश में जहां प्रशासन को पालन करना चाहिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश है तो इसका पालन करना चाहिए वहीं केजरीवाल को सभी डीएम और एसडीएम को बोलना चाहिए कि आप इन सभी मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर हटाए. वहीं आम आदमी पार्टी इसे लोगों की धार्मिक भावना से खिलवाड़ मान रही है. आम आदमी पार्टी के मुताबिक ये सिर्फ चुनाव के लिए है. आम आदमी पार्टी का कहना की बीजेपी करवाई चाहते है तो दिल्ली पुलिस से कहे.
आप ने किया पलटवार
आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा, ''बीजेपी क्यों लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है. आदेश गुप्ता को क्यों भजन रामायण जागरण से दिक्कत है.अगर लाउडस्पीकर हटवाना है तो दिल्ली पुलिस से संपर्क करें. आम आदमी पार्टी इसका विरोध करती है.'' वहीं कांग्रेस ने भी बीजेपी पर इसको लेकर हमला किया है. कांग्रेस के मुताबिक ये मुद्दे इसलिए उठाए जा रहे है ताकि मूल मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके. बढ़ती महंगाई, पेट्रोल और रसोई गैस की समस्या से ध्यान हटाया जा सके.
कांग्रेस ने बोला हमला
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''क्या लाउड स्पीकर लगाने या चलाने से हमारी जिंदगी चलेगी. वो आपकी LIC तो बेच देंगे आपको लाउडस्पीकर में उलझा देंगे. आपकी थाली में दाल होगी नहीं, खाने में बच्चे के लिए पौष्टिक आहार होगा नहीं. सरसों तेल हो या पॉम आयल हो उसके लिए घर में बचत करनी होगी. डलवाने के लिए पेट्रोल, डीजल नहीं. भरवाने के लिए सीएनजी नहीं, खरीदने के लिए रसोई गैस नहीं. क्या ये लाउडस्पीकर से आ जाएगी. भगवान इंसान में है, मंदिर, मस्जिद गुरुद्वारा, गिरजाघर तो एक माध्यम है एकाग्रता का.कण कण में ईश्वर है. जो लोग भगवान को लाउडस्पीकर लगाने और हटाने में ढूंढ रहे हैं, उनपर दया करनी चाहिए. क्योंकि उनकी मानसिकता के अंदर वो कहीं ना कहीं विक्रता छुपी है.''
लाउडस्पीकर विवाद को लेकर बीजेपी अक्रामक मूड में
फिलहाल बीजेपी इस मुद्दे पर अक्रामक है. देश के बाकी राज्यों में हो रही करवाई के बाद अब वो दिल्ली में ऐसा चाहती है. आपको बता दें राजधानी दिल्ली में एमसीडी की एकीकरण के बाद अगले कुछ महीनों में चुनाव है. बीजेपी पिछले 15 सालों से एमसीडी में काबिज थी. वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ये आरोप लगा रहे है की ये सब कुछ सिर्फ चुनाव के लिए हो रहा है फिर चाहे अतिक्रमण हटाना हो, नाम बदलना हो या फिर लाउडस्पीकर हटाने की मांग हो.
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