कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बीजेपी के चुनावी रथ पर हमले पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का बयान आया है. नड्डा ने आरोप लगाया कि रथ को टीएमसी के गुंडों ने रोकने की कोशिश की और तोड़फोड़ किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी इसकी घोर निंदा करती है. टीएमसी को अपनी हार सामने दिख रही है इसलिए वह ऐसा कर रही है.
पुरुलिया में खड़े बीजेपी के चुनावी रथ पर हमले में ड्राइवर भी जख्मी हो गया. जिस रथ पर हमला हुआ है वो बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर सम्मान यात्रा का रथ था. इस रथ को जेपी नड्डा हरी झंडी दिखाने वाले थे. जेपी नड्डा ने कहा, "बीजेपी ने दो यात्रा-एक कारदीप और कुतुलपुर से अम्बेडकर यात्रा तय की थी. एक यात्रा कुतुलपुर से जो मैंने प्रारंभ की लेकिन कारदीप की यात्रा को टीएमसी के गुंडो ने रोकने का प्रयास किया और वहां तोड़फोड़ की. बीजेपी इसकी घोर निंदा करती है."
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, "डॉ अम्बेडकर के बताए हुए रास्ते पर बीजेपी समाज में समरसता लाने का प्रयास कर रही थी लेकिन टीएमसी ने उस प्रयास को रोकने का काम किया है. बीजेपी यह भी जानती है कि टीएमसी जान चुकी है कि हार सामने दिख रही है इसलिए वो बौखलाहट में ऐसा काम कर रही है."
वहीं बांकुड़ा जिले के कोतुलपुर शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी ने ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ की वजह से महिषी और तेली जैसी कई ओबीसी हिंदू जातियों को आरक्षण की श्रेणी से बाहर कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आती है उन्हें आरक्षण की श्रेणी में शामिल किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि बनर्जी ‘मां, माटी मानुष’ (मां, भूमि और लोग) के नाम पर चुनाव जीतीं लेकिन पिछले एक दशक में उनकी पार्टी 'महिलाओं को प्रताड़ित करने, बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या करने, तानाशाही, उगाही और तुष्टीकरण की राजनीति' में शामिल रही. उन्होंने कहा, “ मुझे बताया गया है कि ममता बनर्जी अब चंडी पाठ कर रही हैं. लेकिन पिछले 10 साल में आप अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण में शामिल रहीं. आपने राज्य में सरस्वती पूजा बंद कर दी और देवी दुर्गा के विसर्जन पर रोक लगा दी.”
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