नई दिल्ली: चार राज्यों के विधानसभा और लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं को बताया कि चुनाव में उनकी जीत पक्की है और जनता मौकापरस्त महागठबंधन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने यहां तक कहा कि उन्हें 50 साल तक कोई नहीं हरा सकता.


कार्यकारिणी में राजनीतिक प्रस्ताव के तहत 'विजन 2022' रखा गया. प्रस्ताव में कहा गया है कि 2022 तक देश से जातिवाद, संप्रदायवाद, आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म होगा. हालांकि राजनीतिक प्रस्ताव में राम मंदिर का जिक्र नहीं है.


मोदी का बयान
बीजेपी कार्यकारिणी के समापन भाषण में पीएम मोदी ने एक ओर जहां एक-एक बूथ जीत कर अजेय किला बनाने की बात कही, वहीं ये भी दोहराया कि महागठबंधन मौकापरस्त दलों का बेमेल गठबंधन है, इसमें कोई भी कांग्रेस के नेतृत्व को स्वीकार नहीं करेगा. उनका सीधा कहना था कि महागठबंधन में न नेता है ना नीयत है.


2019 के लोकसभा चुनावों के लिए कार्यकर्ताओं में जान फूंकते हुए पीएम मोदी ने कहा, "तथ्यों और होमवर्क के जरिए विपक्ष के झूठ को नाकाम करें. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 48 महीनों में जितना काम किया है उतना कांग्रेस ने पिछले 48 सालों में नहीं किया. हम विकास भी मानवता के साथ चाहते हैं यानी समता भी और ममता भी, मोदी ने एक नारा भी बुलंद किया, अजेय भारत, अटल भाजपा."


पीएम मोदी ने विपक्ष और महागठबंधन की खिल्ली तो उड़ाई ही साथ ही सरकार की योजनाओं के दम पर 2022 का विजन भी पेश किया, जाहिर है बीजेपी आत्मविश्वास से भरी हुई है लेकिन पेट्रोल-डीज़ल के दाम पर चर्चा से दूर रही बीजेपी इस सवाल का जवाब भी नहीं दे पा रही है कि कैसे वो सवर्ण आंदोलन से बने माहौल से निपटेगी.


अमित शाह का बयान- हमें 50 साल तक कोई नहीं हरा सकता

कार्यकारिणी में अमित शाह ने चुनावी जीत के मंत्र बताए. उन्होंने कहा कि 22 करोड़ परिवारों से हमें संपर्क करना है, इस तरह हर परिवार से हमें जुड़ना है. 9 करोड़ कार्यकर्ताओं का डेटा बेस हमारे पास है. 2014 के बाद हमने कतई विश्राम नहीं किया. पीएम बनने के बाद 300 लोकसभा का दौरा किया है. चुनाव तक पीएम सभी 543 सलोकसभा का दौरा कर लेंगे. हम इतनी मेहनत कर रहे हैं और 2019 फिर से जीतेंगे, हमें 50 साल तक कोई नहीं हरा सकता है ये अहंकार नहीं है.

महागठबंधन पर अमित शाह ने भी हमला किया. पार्टी अध्यक्ष का कहना था कि 2014 में भी यही सब पार्टियां एक साथ थीं और हार गईं. 2019 में उन्हें बड़ी हार मिलेगी.

अमित शाह का कहना था कि नाकाम कांग्रेस जातिवाद और सांप्रदायिक तुष्टिकरण की राजनीति करती है. जनता ने उसे नकार दिया है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि जनता में पीएम मोदी को लेकर अपार समर्थन है.