नई दिल्ली: आठ राज्यों की दस विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं. उपचुनाव की दस सीटों में से पांच सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है.  राजस्थान की धौलपुर सीट बीएसपी से बीजेपी ने छीनी, इसके अलावा मध्य प्रदेश-हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और असम की एक सीट भी बीजेपी के खाते में आई हैं. आपको बता दें कि बीजेपी ने उपचुनाव में भी पूरा जोर इसलिए लगा रखा था क्योंकि नजरें राष्ट्रपति चुनाव पर टिकी हैं जो तीन महीने बाद होने हैं. जानें राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए को कितने वोट चाहिए और कितने वोट कम पड़ रहे हैं.


राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए चाहिए 5, 46, 828 वोट


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा और राज्य सभा के 771 सांसदों के कुल 5 लाख 45 हजार 868 वोट हैं. जबकि पूरे देश में 4120 विधायकों के 5 लाख 47 हजार 786 वोट. इस तरह कुल वोट 10 लाख 93 हजार 654 हैं और जीत के लिए आधे से एक ज्यादा यानी 5 लाख 46 हजार 828 वोट चाहिए.


राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं देते मनोनीत सांसद


लोकसभा में अभी एनडीए के पास 339 सांसद हैं और राज्यसभा में 74 सांसद हैं. चूंकि मनोनीत सांसद राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं देते इसलिए लोकसभा के 337 सांसद और राज्यसभा के 70 सांसद वोट देंगे. एक सांसद के वोट का मूल्य 708 होता है इस हिसाब से लोकसभा में एनडीए के 2 लाख 38 हजार 596 वोट हैं और राज्यसभा में एनडीए के 49 हजार 560 वोट हैं. यानी एनडीए के सांसदों के 2 लाख 88 हजार 156 वोट हुए. लेकिन अब भी 2 लाख 58 हजार 672 वोट कम पड़ रहे हैं.


उपचुनाव से बीजेपी को मिले 485 वोट


राष्ट्रपति चुनाव में विधायक भी वोट देते हैं. इसीलिए उपचुनाव भी मोदी सरकार के लिए इतना जरूरी था. अब जानिए उपचुनाव से बीजेपी को कितने वोट मिल रहे हैं. आपको बता दें कि दिल्ली के एक विधायक के वोट की कीमत 58 है. हिमाचल प्रदेश में एक विधायक के वोट का मूल्य 51 है. असम में एक विधायक का वोट मूल्य 116 है. राजस्थान में एक विधायक का वोट मूल्य 129 है और मध्यप्रदेश में एक विधायक का वोट मूल्य 131 है. यानी उपचुनाव से बीजेपी को 485 और वोट मिल गए.


BJP के पास अब भी कम हैं 13 हजार 751 वोट 


हर राज्य के विधायक के वोट का मूल्य अलग होता है क्योंकि जनसंख्या के हिसाब से विधायक के वोट का मूल्य तय होता है. 29 राज्यों में से 17 राज्यों में एनडीए की सरकार है. इस उपचुनाव को मिलाकर सभी राज्यों में एनडीए के 1810 विधायक हो गए जिनके वोट का मूल्य 2 लाख 44 हजार 921 वोट हुए. यानी जरूरी के 2 लाख 58 हजार 672 से अब भी 13 हजार 751 वोट कम हैं. अब ये वोट चुनाव से नहीं दलों को साथ लेकर ही एनडीए जुटा सकता है.