Bengal Bypolls: पश्चिम बंगाल में विधानसभा के उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज भवानीपुर सीट से नामांकन दाखिल करेंगी. विधानसभा चुनाव में ममता नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन उन्हें बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने हरा दिया था. बंगाल का सीएम बने रहने के लिए ममता को भवानीपुर से चुनाव जीतना जरूरी है. इस सीट से बीजेपी ने प्रियंका टिबरेवाल को चुनाव मैदान में उतारा है.
एंटली विधानसभा सीट से हार गई थीं प्रियंका
टिबरीवाल ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी. वह पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो की कानूनी सलाहकार रह चुकी हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें कोलकाता की एंटली विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्हें तृणमूल कांग्रेस के स्वर्णकमल साहा के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था.
भवानीपुर को ममता का गढ़ माना जाता है
भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होगा. भवानीपुर को ममता का गढ़ माना जाता है और वह यहां से दो बार पहले भी चुनाव जीत चुकी हैं. वहीं भवानीपुर के विधायक रहे सोभन देब चट्टोपाध्याय अब खरदाहा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. जिन्होंने ममता के चुनाव लड़ने के लिए भवानीपुर सीट से इस्तीफा दिया था.
नंदीग्राम सीट से हार गई थीं सीएम ममता
इसी साल 2 मई को आए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजों में ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट से हार का मुंह देखना पड़ा था. इसके बावजूद ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. ममता बनर्जी फिलहाल विधानसभा की सदस्य नहीं है. ऐसे में मुख्यमंत्री बनने के छह माह के भीतर उनके लिए सदस्यता प्राप्त करना अनिवार्य है.
तीन अक्टूबर को आएंगे नतीजे
भवानीपुर के अलावा 30 सितंबर को शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीट पर भी वोटिंग होगी. मतगणना तीन अक्टूबर को होगी. बता दें कि उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने नामांकन से पहले और बाद के जुलूस पर प्रतिबंध लगाए हैं. प्रचार के लिए बाहरी स्थानों पर 50 फीसदी लोगों की मौजूदगी हो सकेगी, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त दलों के लिए अधिकतम 20 स्टार प्रचारक होंगे और मतदान खत्म होने से पहले 72 घंटे के दौरान प्रचार पर पाबंदी रहेगी.