अलवर के राजगढ़ में शिव मंदिर तोड़े जाने के मामले में राजस्थान BJP ने घटना के 5 दिन बाद तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है. ये कमेटी 24 अप्रैल को राजगढ़ जाएगी. तथ्यों की जांच-पड़ताल के बाद कमेटी घटना की रिपोर्ट राज्य BJP अध्यक्ष को सौंपेगी. वहीं जिला कलेक्टर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी कर इस मामले में कहा है कि मंदिर के गर्भगृह को कोई क्षति नहीं पहुंचाई गई है. मूर्तियों को वहां से विधि विधान से हटाया गया है और विधि पूर्वक उन्हें स्थापित किया जाएगा. अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि अलवर में 300 साल पुराने हिंदू सनातन मंदिर को तोड़े जाने पर विपक्षी मौन क्यों है? उन्होंने कहा कि विपक्ष को चुल्लू भर पानी में डूब के मर जाना चाहिए.
दरअसल अलवर जिले के राजगढ़ में नगर पालिका ने नगरीय मास्टर प्लान के नाम पर सराय बाजार में की गई कार्यवाही में करीब 85 मकानों-दुकानों को तोड़ दिया है. इसी दौरान तीन मंदिरों पर बुलडोजर चलाए जाने के बाद सियासत गर्म हो गई है. ब्रज कल्याण परिषद के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर पंकज ने कहा है कि नगर पालिका द्वारा की गई कार्यवाही में करीब 85 दुकानों मकानों को नगरीय मास्टर प्लान के तहत तोड़ दिया गया, इसमें कई लोगो के पास मालिकाना हक के कागजात थे, लेकिन कार्यवाही में कुछ नही देखा गया. सबसे बड़ी बात है यहां सैकड़ो साल पुराने मंदिरों पर भी बुलडोजर चला दिया गया, इस कार्यवाही से प्रदेश की गहलोत सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. इस मामले में ब्रज कल्याण परिषद ने राजगढ़ थाने में मामला भी दर्ज कराया है.
एसडीएम केशव कुमार मीणा ने बताया नगरीय मास्टर प्लान 2012 की पालना कराने के लिए आपत्तियां मांगी गई थी, लेकिन कोई आपत्ति नही मिली थी. नगर पालिका क्षेत्र में मास्टर प्लान की अनुपालना में कार्यवाही की गई है. राजगढ़ अलवर में मूर्तियों को नहीं ढहाया गया है, बल्कि हमारी सनातन हिंदू संस्कृति को तहस-नहस करने का कुत्सित प्रयास कांग्रेस सरकार ने किया हैं. आज शाम 4:30 बजे राजगढ़ अलवर पहुंचकर सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों को उखाड़ फेंकने का हम सभी सामूहिक संकल्प लेंगे.
ये भी पढ़ें: