नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में सिर्फ 70 दिन बचे हैं, और चुनावी मौसम में राम मंदिर का मुद्दा गर्म है. इस बीच राम मंदिर को लेकर एक बार फिर कुंभ से बड़ा बयान आया है. इस बार बयान बीजेपी महासचिव राम माधव ने दिया है. कुंभ मेले में पहुंचे राम माधव ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण पर साधु-संतों की इच्छाओं का सम्मान किया जाएगा, जो वो कहेंगे वही किया जाएगा.


राम माधव के मुताबिक संतों और करोड़ों रामभक्तों की इच्छा के आगे सभी को झुकना ही होगा. प्रयागराज के कुंभ मेले में पहुंचे राम माधव ने संगम दर्शन और आरती के बाद कहा कि सरकार सिर्फ अदालत के फैसले का इंतजार कर रही है. अदालत के फैसले के बाद सभी को रामभक्तों की इच्छा के आगे झुकना ही पड़ेगा.


राम माधव ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का सपना जल्द ही साकार होगा. उनका दावा है कि मंदिर निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा और इसके लिए कोई न कोई रास्ता ज़रूर निकलेगा. उन्होंने प्रियंका गांधी के कांग्रेस महासचिव बनने पर कुछ भी बोलने से इंकार किया.


29 जनवरी को होनी है राम मंदिर पर सुनवाई
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अयोध्या मामले की सुनवाई के लिए नई बेंच का गठन किया है. 29 जनवरी को पांच जजों की बेंच मामले की सुनवाई करेगी. बेंच में जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नजीर जुड़े हैं. ये दोनों जज पहले पूर्व चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के साथ इस केस की सुनवाई कर चुके हैं.


नई बेंच में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एस ए बोबडे, डीवाई चंद्रचूड़, अशोक भूषण और अब्दुल नज़ीर शामिल हैं. पिछली बार बैठी बेंच के दो सदस्य एन वी रमना और युयु ललित बेंच का हिस्सा नहीं हैं. इससे पहले जब पांच जजों की बेंच सुनवाई करने बैठी तो बेंच में जस्टिस यु यु ललित की मौजूदगी पर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने एतराज जताया. जिसके चलते जस्टिस ललित ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया.