Electoral Bonds Update: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर नए आंकड़े सामने आए हैं. इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर चुनाव आयोग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी ने मार्च 2018 से 22 मई 2019 के बीच 3941.57 करोड़ रुपये से ज्यादा रिडीम किए, जिसके 77.4 फीसद (3,050.11 करोड़ रुपये) मार्च, अप्रैल और मई 2019 में उस साल लोकसभा चुनाव से पहले तीन महीनों में बीजेपी के कोष में आए.


लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा उस वर्ष 10 मार्च को की गई थी और वोटों की गिनती 23 मई शुरू हुई थी. सोमवार (18 मार्च) को प्रकाशित हुई इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में चुनाव आयोग के आंकड़ों के हवाले कहा गया है कि कुल मिलाकर बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम शुरू होने के बाद से कम से कम 8,451.41 करोड़ रुपये भुनाए हैं. 


उस समय लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव भी हुए थे.


2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इन 3 शहरों से बीजेपी को मिला 3,228.2 करोड़ का चंदा 


रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों की जिन शाखाओं से ये बॉन्ड जारी किए गए थे, उसे देखकर पता चलता है कि बीजेपी को देशभर से धन मिला, जिसमें प्रमुख योगदान मुंबई (1,493.21 करोड़ रुपये), कोलकाता (1,068.91 करोड़ रुपये) और नई दिल्ली (666.08 करोड़ रुपये) से था.


नवंबर-दिसंबर 2018 में कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हुए. बीजेपी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हार गई थी और कांग्रेस में दलबदल के कारण एमपी में उसकी सरकार लौट आई थी.


अक्टूबर और नवंबर 2018 के दौरान भुनाए गए बॉन्ड से पता चला कि बीजेपी को कुल 330.41 करोड़ रुपये मिले और जनवरी 2019 में पार्टी ने 173 करोड़ रुपये के बांड भुनाए.


लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले मार्च में बीजेपी को मिला 769.48 करोड़ का चंदा


लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले 2019 में मार्च की शुरुआत में इलेक्टोरल बॉन्ड की विंडो खुली और उस साल मार्च में बीजेपी ने 769.48 करोड़ रुपये के बॉन्ड भुनाए.


2019 में अप्रैल में जब मतदान शुरू हुआ तो बीजेपी को इलेक्टोरल बॉन्ड मिले रुपये बढ़कर 1572.93 करोड़ रुपये हो गए और उसी साल मई में पार्टी ने 707.70 करोड़ रुपये के बॉन्ड भुनाए.


मार्च 2018 से मई 2019 के दौरान कोलकाता में 27 फीसद चंदा मिला


आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च 2018 से मई 2019 की अवधि के दौरान कोलकाता में इलेक्टोरल बॉन्ड से बीजेपी का कुल संग्रह का 27 फीसद था, जो दिखाता है कैसे राज्य नई चुनावी जंग के मैदान के रूप में उभर रहा था. बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी.


उस दौरान बीजेपी के 38 फीसद से ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड मुंबई से भुनाए, नई दिल्ली में 666.08 करोड़ रुपये (17%) भुनाए और हैदराबाद में उसने 106.26 करोड़ रुपये भुनाए, जहां पार्टी की मौजूदगी कम है.


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