नई दिल्ली: महाराष्ट्र और फिर झारखंड में सरकार गंवाने के बाद बीजेपी दिल्ली में एक्शन मोड में नजर आ रही है. अगले साल दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी कमर कस ली है. इसको लेकर दिल्ली बीजेपी में तैयारियां जोरों पर हैं. कुल मिलाकर 32 कमेटियों का गठन किया गया है जो दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव से जुड़े हुए काम करेंगी. इसमें घोषणापत्र, प्रचार, चुनावी रैली, कैंपेन इस तरह की अलग-अलग कमेटी बनाई गई हैं. वही बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है. दिल्ली के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और हरदीप पुरी के साथ दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू और तरुण चुग इस चुनाव प्रबंधन को देख रहे हैं. इनके अलावा केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष भी इस चुनाव से जुड़ी मीटिंग में भाग ले रहे हैं.


रोजाना दिल्ली चुनाव को लेकर अलग-अलग कमेटियों की बैठक हो रही है. पिछले तीन दिनों से रोजाना 10 से 12 मीटिंग हो रही है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि "चुनाव प्रबंधन की दृष्टि से यह नियमित बैठक है. चुनाव प्रबंधन को लेकर अलग-अलग विभाग बनाए गए हैं. जिसमें मीडिया, चुनाव कार्यालय, प्रचार-प्रसार, इलेक्शन कमिशन, मेनिफेस्टो कमेटी इस तरह की कमेटियों की अलग-अलग बैठकें हो रही हैं." साल 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी बुरी तरह हार गई थी. 70 में सिर्फ 3 सीट पर ही बीजेपी जीत दर्ज कर पाई. जबकि साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी 32 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी.


दिल्ली बीजेपी के सह प्रभारी तरुण चुग का कहना है कि चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है. ऐसे में पार्टी ने अपनी तैयारी शुरु कर दी है. इसी क्रम में कई अलग-अलग कमेटी बनाई गई हैं जिसमें लोगों को और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी गई हैं. इन्हें जिम्मेदारियों को बताने और समझाने के लिए यह मीटिंग हो रही है. तरुण चुग के मुताबिक "दिल्ली में बीजेपी के लाखों कार्यकर्ता हैं, वह सब कार्यकर्ता अलग-अलग समितियों में अलग-अलग सिस्टम हैं. इन सबका मकसद है चुनाव में 'भ्रष्ट' केजरीवाल सरकार के बारे में लोगों तक पहुंचना और केजरीवाल सरकार को हराना. उसी कड़ी में ये अलग बैठकें हो रही हैं जिसे केंद्रीय प्रभारी और दिल्ली बीजेपी के सांसद ले रहे हैं."


वहीं इन चुनावी बैठकों के लिए दिल्ली बीजेपी दफ्तर में खास तैयारी भी की गई है. इन बैठकों के लिए बीजेपी कार्यालय में दो बड़े शामियाने भी लगाए गए हैं. वहीं हर बैठक सही समय पर चले और कार्यकर्ता वहां पहुंचे इसके लिए भी लोगों को जिम्मेदारी दी गई है. पिछले 21 साल से दिल्ली की सत्ता से दूर बीजेपी इस बार कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है. वहीं हाल में महाराष्ट्र और झारखंड के बाद दिल्ली में हार का मुंह नहीं देखना चाहती है. यही वजह है की बीजेपी ने चुनावों के ऐलान से पहले अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. क्योंकि बीजेपी जानती है उसका मुकबला आम आदमी पार्टी है जिसे पिछले चुनाव में 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.


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