नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक नई दिल्ली में जारी है. बैठक में मुख्य रूप से 2019 लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों में मजबूती से उतरने को लेकर रणनीति तय की जा रही है. बैठक में आज संगठन को लेकर अहम फैसले लिए गए. पार्टी ने संगठन के चुनाव एक साल के लिए टाल दिये हैं.


साथ ही 2019 लोकसभा चुनाव अमित शाह के नेतृत्व में लड़े जाने का फैसला लिया गया. अमित शाह जनवरी 2019 के बाद भी अध्यक्ष बने रहेंगे. शाह का बतौर अध्यक्ष तीन साल का कार्यकाल जनवरी में खत्म होने वाला है.


राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले अमित शाह ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि हमें 2014 से ज्यादा प्रचंड बहुमत के साथ 2019 में जितना है. हमारे पास दुनिया का सर्वाधिक लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी हैं. पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) के विधानसभा चुनाव के अलावा तेलंगाना पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा.


आपको बता दें कि बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक दिल्ली के अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में हो रही है और इसके केंद्रीय विषयवस्तु में पार्टी के दिवंगत नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हैं.


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यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब पार्टी के खिलाफ विपक्ष डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि को लेकर हमलावर है. साथ ही देशभर में एससी-एसटी एक्ट को लेकर आंदोलन हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में हुए सवर्ण आंदोलन पर अमित शाह ने कहा, ''एससी-एसटी एक्ट को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन 2019 के चुनावों पर इसा कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.''





राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समापन भाषण देंगे. बीजेपी केंद्र सरकार की सामाजिक न्याय की पहल और आर्थिक सफलताओं को रेखांकित कर सकती है जिसका लक्ष्य गरीब सशक्तिकरण है.


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