इंदौर: सियासी आलोचक बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में हार को इस पार्टी के लिए बड़ा झटका बता रहे हैं. लेकिन बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का कहना है कि पार्टी को पहले ही भनक मिल गयी थी कि वह यह सीट गंवाने जा रही है.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘हमें पहले ही पता था कि हम गुरदासपुर लोकसभा उप चुनाव हारने जा रहे हैं. हमने कभी दावा नहीं किया कि हम यह उप चुनाव जीतेंगे.’’ इस सीट पर बीजेपी की चुनावी हार के कारणों के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी महासचिव ने कहा, "पंजाब में हमारा पार्टी संगठन कमजोर है. बीजेपी-अकाली दल गठबंधन की पिछली सरकार के खिलाफ सूबे के लोगों में अब भी नाराजगी है. गुरदासपुर चुनाव में हमें इस नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ा."
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने गुरदासपुर लोकसभा उप चुनाव में एक लाख 93 हजार 219 मतों के अंतर से बीजेपी प्रत्याशी स्वर्ण सलारिया को हराया. यह सीट बीजेपी सांसद विनोद खन्ना की अप्रैल में निधन होने से खाली हुई थी. इस सीट पर उप चुनाव के लिए मतदान 11 अक्तूबर को हुआ था.
विजयवर्गीय ने एक सवाल पर कहा कि तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता मुकुल राय बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं. बीजेपी महासचिव ने कहा, "राय से हाल ही में मेरी मुलाकात हुई है, वह बीजेपी में आना चाहते हैं. मेरे कहने पर उन्होंने बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई से बात की है. हमारी राज्य इकाई इस सिलसिले में अंतिम निर्णय करेगी." उन्होंने राय को पश्चिम बंगाल का बड़ा राजनेता बताते हुए कहा, ‘‘कभी तृणमूल कांग्रेस में राय की हैसियत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद नम्बर-दो के नेता की थी. वह जिस भी दल से जुड़ेंगे, उस दल की ताकत बढ़ेगी और इससे बनर्जी की सियासी ताकत घटेगी.’’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जल्द पार्टी अध्यक्ष बनने की चर्चाओं पर चुटकी लेते हुए विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘राहुल का कांग्रेस अध्यक्ष बनना हमारे लिए शुभ साबित होगा. ऐसा होते ही बीजेपी की ग्रह दशा और उत्तम हो जाएगी और देश में हमारा प्रभाव बढ़ जाएगा.’’ उन्होंने देश में सोशल मीडिया के लिए आचार संहिता तय करने का सुझाव दिया. विजयवर्गीय ने कहा, "सोशल मीडिया सूचनाओं के प्रसार का बड़ा प्रभावी माध्यम बन गया है. लेकिन गलत सूचनाओं के प्रसार से यह माध्यम लगातार अविश्वसनीय होता जा रहा है. लोग पैसा लेकर इस माध्यम पर किसी भी व्यक्ति के खिलाफ दुष्प्रचार कर सकते हैं. इसलिए सोशल मीडिया के लिए आचार संहिता बनायी जानी चाहिए ताकि इस माध्यम का दुरूपयोग रुक सके."
विजयवर्गीय ने इस बात को खारिज किया कि गुजरात के कारोबारी जगत में जीएसटी के विरोध के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की संभावनाओं पर विपरीत असर पड़ेगा. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी कुल 182 सीटों पर होने इन चुनावों में 150 से ज्यादा सीटें जीतकर फिर सरकार बनाएगी.