योगी का CPM को जवाब, 'यूपी में डेंगू, चिकनगुनिया से नहीं होती केरल जितनी मौत'
सीपीएम ने कहा था कि योगी केरल के दौरे पर आएं और यहां के अस्पताल का दौरा करें और सीखें की अस्पताल कैसे चलते हैं.
नई दिल्ली: केरल में कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ बीजेपी की जनरक्षा यात्रा के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ आज केरल में हैं. योगी आदित्यनाथ ने केरल के कीचेरी से पदयात्रा शुरू करने के कुछ देर बाद एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत की और केरल दौरे को लेकर सीपीएम के तंज का जवाब भी दिया.
आपको बता दें कि सीपीएम ने कहा था कि योगी केरल के दौरे पर आएं और यहां के अस्पताल का दौरा करें और सीखें की अस्पताल कैसे चलते हैं. इसका जवाब देते हुए योगी ने कहा, ''केरल में एक साल में 300 से ज्यादा लोग डेंगू से मरे हैं, सैकड़ों मौतें चिकनगुनिया से हुई हैं. यूपी में डेंगू और चिकनगुनिया से बहुत कम मौतें हुई हैं. केरल की सरकार को देखना चाहिए कि यूपी सरकार ने इस पर कैसे काम किया है.''
इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने अपने इस यात्रा के बारे में बताते हुए कहा, ''केरल में पिछले कुछ समय में 124 से अधिक कार्यकर्ताओंकी हत्या हुई है. केरल के मुख्यमंत्री के गृह जनपद में सबसे ज्यादा हत्याएँ हुई हैं. अपने विचारधारा के विरोधी लोगों की कैसे हत्या होती है केरल इसका जीवंत उदाहरण बना हुआ है. इसका विरोध करने के लिए हम सब यहां इकट्ठे हुए हैं. लोकतंत्र के नाम पर राजनीतिक हत्याएं यहां बंद हों.''
आपको बता दें कि कल ही केरल में कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जनरक्षा यात्रा की शुरुआत की है. एबीपी न्यूज से बातचीत में अमित शाह ने कहा है कि जब तक केरल में कार्यकर्ताओं पर हिंसा नहीं रुकेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा. अमित शाह के मुताबिक केरल में पिछले कुछ सालों में बीजेपी-आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले बढ़े हैं. केरल में 120 से ज्यादा बीजेपी-आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है. जिसमें 84 अकेले कन्नूर जिले में हत्या हुई है.
मुख्यमंत्री पी विजयन के क्षेत्र में ही 14 आरएसएस-बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है. बीजेपी इन हत्याओं के लिए पर लेफ्ट सरकार के मुखिया पी विजयन को जिम्मेदार ठहरा रही है. केरल में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में बीजेपी हर राज्य की राजधानी में भी पदयात्रा निकालेगी. केरल में बीजेपी की राजनीतिक पकड़ कमजोर है. ऐसे में बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं की हत्याओं को मुद्दा बनाकर राजनीतिक जमीन मजबूत करना चाहती है.
15 दिनों तक चलने वाली बीजेपी की जनरक्षा यात्रा में अगले कुछ दिनों में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, गिरिराज सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, अनंत कुमार, राज्यवर्धन सिंह राठौर और वी के सिंह भी शामिल होंगे.