Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ ही दिनों का समय बचा है. इससे पहले अब राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा में शामिल हुईं मेधा पाटकर पार्टी के लिए मुसीबत बन गई हैं. बीजेपी ने पाटकर के पदयात्रा में शामिल होने पर कड़ा विरोध दर्ज किया है. पीएम मोदी और अमित शाह के बाद बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने राहुल गांधी को गुजराती विरोधी बताया.  


नड्डा ने कहा, "मुझे विश्वास है कि गुजरात इस बार रिकॉर्ड तोड़ देगा. गुजरात कई क्षेत्रों में विकसित और उभरा है, यही कारण है कि लोग हमें फिर से वोट देंगे. मेधा पाटकर ने हमेशा विकास विरोधी स्टैंड लिया है. उनके बगल में खड़े राहुल गांधी का मतलब है कि वह भी गुजराती विरोधी हैं." इससे पहले पीएम मोदी ने भी यात्रा में पाटकर को शामिल करने की निंदा की थी. पीएम ने कहा था "जिन्होंने गुजरात को प्यासा रखा, मां नर्मदा का पानी रोकने के लिए 40 साल तक कोर्ट-कचहरी करी, ऐसे नर्मदा विरोधियों के कंधे पर हाथ रखकर पद के लिए पदयात्रा करने वाले लोगों को गुजरात की जनता सजा देने वाली है." 


मेधा पाटकर ने किए हैं सरकार के खिलाफ कई प्रदर्शन


दरअसल, साल 1980 के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर सामने आईं थी. 1985 में पहली बार उन्होंने सरदार सरोवर डैम निर्माण स्थल का दौरा किया था. उसके बाद पाटकर और उनके सहयोगियों ने इस बांध के निर्माण के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. 1986 से लेकर 1988 के बीच इस परियोजना का पुरजोर विरोध किया गया. मेधा पाटकर इस आंदोलन में समन्वयक की भूमिका में थीं. 


17 नवंबर को हुईं थी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल 


मेधा पाटकर (Medha Patkar) 17 नवंबर को महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में शामिल हुई थीं. इस दौरान मेधा पाटकर के कंधे पर हाथ रखकर कार्यकर्ता से बात करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तस्वीरें कांग्रेस (Congress) ने ट्वीट की थीं. बीजेपी (BJP) ने इसकी कड़ी आलोचना की. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी इसपर निशाना साधते हुए कहा कि "कांग्रेस और राहुल गांधी ने बार-बार गुजरात और गुजरातियों के प्रति अपनी दुश्मनी दिखाई है."


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