(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Lok Sabha Election: कर्नाटक में BJP के लिए बढ़ी मुसीबत, मनाने के बावजूद लोकसभा चुनाव लड़ने पर अड़े ईश्वरप्पा
Karnatak BJP: कर्नाटक में बेटे को टिकट नहीं मिलने से नाराज बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के ईश्वरप्पा बागी हो गए हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया है.
K E Eshwarappa Karnataka: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल रविवार (17 मार्च ) को पार्टी से बगावत करने वाले के.एस. ईश्वरप्पा को मनाने पहुंचे. हालंकि सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर अड़े हुए हैं.
ईश्वरप्पा कर्नाटक के शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के बड़े बेटे बी.वाई. राघवेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. अग्रवाल ने पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ ईश्वरप्पा से मुलाकात की और उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए मनाने की कोशिश की. हालांकि, वह “अड़े” रहे और कहा कि वह निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगे और कोई भी उनका मन नहीं बदल सकता.
ईश्वरप्पा से मिलकर क्या बोले बीजेपी नेता
ईश्वरप्पा से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अग्रवाल ने कहा कि यह उनकी निजी यात्रा थी और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. अग्रवाल ने कहा, “हम एक ही पार्टी के दोस्त हैं. यह हमारी निजी यात्रा थी. मैं उनके परिवार के साथ बैठा. वहां बच्चे थे. हम बच्चों से राजनीति पर बात नहीं करते. परिवार से मिलना मेरे लिए कोई राजनीतिक विषय नहीं हैं.”
इस बात से नाराज हैं ईश्वरप्पा
बेटे के.ई. कांतेश को टिकट देने से इनकार करने पर ईश्वरप्पा ने रविवार को एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ अपना गुस्सा व्यक्त किया. पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा ने यहां संवाददाताओं को बताया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से सत्ता में आना चाहिए और पार्टी को बी.एस. येदियुरप्पा और उनके परिवार के नियंत्रण से मुक्त होना चाहिए. मन में यही इरादा लेकर मैं लोकसभा चुनाव लड़ रहा हूं.”
'केंद्रीय नेताओं को ये भ्रम है'
ईश्वरप्पा ने कहा कि केंद्रीय स्तर के बीजेपी नेता इस भ्रम में हैं कि केवल येदियुरप्पा ही उन्हें निश्चित संख्या में सीट दिलाने में मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा, “हमें कर्नाटक में हो रही खराब राजनीति के बारे में केंद्रीय नेतृत्व से बात करनी होगी. हम कांग्रेस को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के परिवार द्वारा नियंत्रित पार्टी कहते हैं. मोदी भी इसके लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हैं. अब कर्नाटक में बीजेपी कांग्रेस जैसी होती जा रही है.” उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य स्तर के नेता समझेंगे कि मैं विरोध कर रहा हूं, इसलिए मैं चुनाव लड़ रहा हूं. ”
(भाषा इनपुट के साथ)